रायपुर । छ. म. मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज पाटन राज के सचिव केदार कश्यप ने कहा कि प्रदेश के महामहिम राज्यपाल अनुसूईया उइके जी के द्वारा प्रदेश के विश्वविद्यालयों में कुलपति की नियुक्ति को लेकर बेतुकी एवं अनर्गल बयानबाजी से कुर्मी समाज आहत हुआ है। राज्यपाल जैसे संवैधानिक गरिमामयी पद में पदस्थ राज्यपाल जी को कोई समाज विशेष के संबंध में अनर्गल एवं अशोभनीय टिप्पणी करने से पहले छत्तीसगढ़ के भूगोल एवं इतिहास का अध्ययन करना चाहिए। छ. ग.के इतिहास में कुर्मी समाज से ऐसे अनेक शिक्षाविद और महान विभूतियो का अवतरण हुआ है।जो अनेक विश्वविद्यालयो में कुलपति के गौरवमयी पदों पर पदस्थ हो चुके है और अभी वर्तमान में पदस्थ है।जो वरीयता सूची के सारे मापदंडों को पूरा करते है।माना कि विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति का संवैधानिक अधिकार राज्यपाल के पास होता है।लेकिन जब हमारे प्रदेश में ही कुलपति बनने योग्य उम्मीदवार है तो अन्य प्रदेशों से छत्तीसगढ़ के विश्वविद्यालयों में कुलपति की नियुक्ति क्यो? जिसका विरोध हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने भी किया था। महामहिम राज्यपाल महोदया जी से निवेदन है कि कुर्मी समाज के प्रति अमर्यादित टिप्पणी बंद करके प्रदेश के विश्वविद्यालयों में छत्तीसगढ़ से ही योग्य उमीदवार को कुलपति के पद पर नियुक्त करें। अन्यथा छत्तीसगढ़ प्रदेश के कुर्मी समाज आंदोलन के लिए बाध्य होगा।

- February 21, 2022