आशीष दास
कोण्डागांव । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा गांव की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं परम्परागत व्यवसायों को उद्योग के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से सभी जिलों में क्षेत्रिय विशेषताओं के अनुसार औद्योगिक पार्क विकसित करने का निर्णय लिया गया था। जिसके अनुसार कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन में जिले में 08 ग्रामीण औद्योगिक पार्कों का निर्माण कोण्डागांव, धनोरा, माकड़ी, करनपुर, चुरेगांव, मसोरा, बहीगांव, राजागांव में किया जा रहा है। इसी क्रम में कोण्डागांव विकासखण्ड के करनपुर में परम्परागत रूप से किये जाने वाले ढोकरा शिल्प हेतु बेलमेटल शिल्प निर्माण का ग्रामीण औद्योगिक पार्क प्रारंभ किया जा रहा है। जिसके लिए शिल्पबोर्ड के कोण्डागांव प्रबंधक अनिरूद्ध कोच्चे के मार्गदर्शन में करनपुर के शिल्पियों हेतु 03 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मास्टर ट्रेनर एवं बेलमेटल के प्रसिद्ध शिल्पकार ललित सागर के द्वारा करनपुर के 20 शिल्पियों को बाजार अनुरूप नवीन तकनीकों एवं डिजाईनों की कलाकृतियां तैयार करने हेतु प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
ज्ञात हो कि करनपुर ग्राम में परम्परागत रूप से 35 परिवारों के 50 से अधिक शिल्पियों द्वारा ढोकरा शिल्प की कलाकृतियों का निर्माण किया जाता है। इन शिल्पकारों की कलाओं को उन्नत करने एवं उनके तकनीकी विकास हेतु छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प बोर्ड की सहायता से ग्रामीण औद्योगिक पार्क निर्माण के साथ शिल्पियों के कौशल विकास का कार्य किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में न केवल उन्हें कलाकृतियों के निर्माण अपितु उनके लिए बेहतर बाजार उपलब्ध कराने एवं उनसे जुड़ने का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।