मनरेगा से मिला शत प्रतिशत रोजगार, मजदूरों ने श्रम दान से तलाब सफाई कर मनाई खुशी, पाटन के ब्लॉक के इस ग्राम पंचायत में हुआ है मनरेगा का श्रेष्ठ कार्य, तीन माह लगातार चला मनरेगा का कार्य, पढ़िए पूरी खबर, देखिए वीडियो


बलराम यादव
पाटन। मनरेगा ग्रामीण मजदूरों को रोजगार देने के अलावा उनके जिंदगी में खुशियां भी बिखेर रही है। एक समय था जब  एक से दो सप्ताह काम करने के बाद मनरेगा का काम बंद हो जाता था। अगर कोई काम चलता भी था तो उसमे सभी मजदूरों को काम नहीं मिल पाता था। लेकिन पाटन विकास खंड के ग्राम पंचायत करगा और आश्रित ग्राम गभरा के सरपंच रूपेश चंद्राकर ,मनरेगा सहायक सूरज साहू के कुशल कार्य प्रबंधन से दोनो गांव के करीब 400 मजदूरों को लगातार तीन माह तक काम मिला। इस गांव में 50 से अधिक मजदूर तो 150 दिन का काम करने का लक्ष्य भी हासिल कर चुका है।

मनरेगा मेट

वही शत प्रतिशत मजदूरों को 100 दिन का काम मिल चुका है। गांव में ही लगातार काम मिलने से मजदूरों में काफी हर्ष है। शनिवार को इस खुशी का इजहार ग्रामीणों ने एक अनुकरणीय कार्य कर किया। दोनो गांव के मजदूरों ने आज अपने अपने गांव में गांव के प्रमुख की सफाई श्रम दान कर किया। इस कार्य के लिए स्वय मनरेगा के मजदूरों ने सरपंच रूपेश चंद्राकर के पास प्रस्ताव रखा जिसके बाद स्वय सरपंच, उपसरपंच सहित पंचगण राजकुमार यदु, पुन्नी कुर्रे, गुहरी यादव, मेट रामलाल साहू, दामिनी वैष्णव, रोजगार सहायक सहित  मनरेगा के मेट भी मजदूरों के साथ श्रम दान कर तालाब सफाई में जुट गया।

श्रम दान से सफाई करते मजदूर

दुर्ग जिला के विकास खंड पाटन के ग्राम पंचायत करगा (गभरा) के मजदूर मनरेगा के शत प्रतिशत कार्य मिलने से काफी खुश है। आज  श्रम दान के साथ तालाब सफाई के साथ इस वित्तीय वर्ष का मनरेगा का कार्य समाप्त हुआ। दोनो गांव मिलाकर करीब 400 मजदूरों ने मनरेगा में कार्य किया है। लगभग तीन माह से अधिक समय तक चले मनरेगा में मजदूरों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।

सरपंच रूपेश चंद्राकर

सरपंच रूपेश चंद्राकर ने बताया की मजदूरों को गांव में काम दिलाने के लिए बहुत पहले से प्रस्ताव बनाकर भेजा था। जिसका समय समय पर स्वीकृति मिलती गई। लगातार काम मिलने से मजदूरों को रोजगार की तलाश में शहर नही जाना पड़ा। गांव के मजदूरों को गांव में ही रोजगार मिले इसके लिए योजना बनाकर काम किया गया। उन्होंने बताया की 50 से अधिक मजदूरों ने इस वित्तीय वर्ष में 150 दिन का काम पूरा कर चुके है। शेष मजदूर ने भी 100 दिन का काम पूरा कर लिया है। अब मार्च के बाद अगले वित्तीय वर्ष के लिए भी कार्य योजना बनाए है । स्वीकृति मिल जायेगी तो जल्द ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया की एक बहुत अच्छा लगा जब मजदूरों ने स्वय उनके पास शर्म दान कर गांव के तालाब की सफाई का प्रस्ताव लाया। उन्होंने भी मजदूरों के साथ श्रम दान किया।

मनरेगा में काम करने वाले मजदूर

इन कार्यों में मिला मजदूरों को काम
ग्राम पंचायत करगा गभरा के सरपंच रूपेश चंद्राकर,  रोजगार सहायक सूरज साहू ने बताया की मजदूरों को जिन कामों में रोजगार मिला है उनमें करगा और गभरा दोनो गांव में हुवे कार्य शामिल है। इनमें  6 चेक डेम संधारण कार्य, 3 नया तालाब निर्माण कार्य, करगा नाला, गभरा में में 10 रिचार्ज पीठ, सीखता निर्माण का कार्य शामिल है।