जशपुर। समर्थन मूल्य में धान खरीदी के लिए पंजीयन के अंतिम दिन बड़ी गड़बड़ी उजागर हुई है। बीते साल तक सौ क्विंटल धान बेचने वाले किसान का रकबा शून्य कर दिया गया है। इस पर जिला पंचायत अध्यक्ष रायमुनि भगत ने आपत्ति जताते हुए जिले भर में हुई गड़बड़ी की जांच और किसानों के रकबे में सुधार कर धान खरीदी करने की मांग की है।
किसानों को न्याय न मिलने पर उन्होंने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने बताया कि जिले के सन्ना तहसील के ग्राम छिछली निवासी जवाहर यादव ने उन्हें बताया है कि बीते साल तक उन्होंने स्थानीय धान विक्रय केन्द्र में 120 क्विंटल धान बेचा है, लेकिन इस बार उनका रकबा शून्य कर दिया है। सोसाइटी के स्थानीय कर्मचारियों ने उन्हें सूचना दी है कि पोर्टल में उनका रकबा शून्य बता रहा है।

किसान का कहना है कि गिरदावरी प्रक्रिया के दौरान राजस्व विभाग के कर्मचारी उनके खेत का निरीक्षण करने पहुंचे थे। दूसरे कार्य में व्यस्त होने के कारण, वे उस दिन राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने नहीं मिल सके, लेकिन स्थानीय पटवारी ने उन्हें आश्वस्त किया था कि पोर्टल में सही रकबा प्रविष्ट किया जाएगा, जो इसके ठीक विपरीत हुआ।
किसान बोला- इसी से हमारी आजीविका चलती है
पीड़ित किसान ने बताया कि कृषि उनके अाैर उनके पूरे परिवार की आजीविका का एकमात्र साधन है। इसके बूते ही बच्चाें की पढ़ाई, शादी, देखभाल आदि कर पाते हैं। राजस्व विभाग की इस लापरवाही का खामियाजा उनके पूरे परिवार को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने विभाग से गिरदावरी में संशोधन की मांग की है। ताकि वे अपनी परिवार का भरण पोषण बेहतर ढंग से कर सके।