रायपुर । राष्ट्रीय सम्मेलन के द्वितीय दिवस में सीएसआईआर एनआईआई, एसटी तिरूअंतपुरम् से वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. सुब्रता दास ने आमंत्रित व्याख्यान में आक्सीफ्लोराइड के विभिन्न प्रकार एवं प्रकाषीय स्त्रोत में इसकी उपयोगिता और संभावना पर विस्तृत चर्चा की, जिनमें मेडिकल इमेजिंग, सेंसर प्रमुख रूप से है। उन्होंने बताया कि जब फाॅस्फर मटेरियल में नीला, एलईडी मिलाते है, तो पीला, लाल एवं हरा प्रकाष प्राप्त होता है, यदि फाॅस्फर मटेरियल में यूबीएलईडी मिलाये तो लाल, हरा, नीला प्रकाष प्राप्त होता है। इसके पश्चात् आई आईसीटी हैदराबाद से वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. गिरी बाबू ने सोलर सेल की संरचना, प्रकार, कार्यविधि एवं उपयोगिता को विस्तार पूर्वक समझाया। इस दौरान विभिन्न प्रदेषों से आए हुए शोध छात्रों ने अपनी जिज्ञासाओं को प्रेरणा के माध्यम से शांत किया।
ऑनलाइन माध्यम से सम्मिलित मिलिट्री विष्वविद्यालय, पोलैण्ड से डाॅ. मार्ता मिचालसका ने आमंत्रित व्याख्यान के रूप में एनौडिक ऑक्साइड से बने हुए एैलावाय के बारे में रोचक जानकारी दी। साथ ही साथ इस प्रकार के एैलाय का फारेंसिक साईंस मंे उपयोगिता के बारे में बहुत ही सरल भाषा में समझाया। वेलग्रेड विष्वविद्यालय सरबिया से डाॅ. जेलेना मिट्रिक ने चालकोंजिनाइड बेसड नैनोमटेरियल को आप्टिकल गुणों तथा ऐसे पदार्थों का उपयोग इन्फ्रारेड एवं रमन स्पेक्ट्रोस्कोपि में किस प्रकार से किया जाता है इसकी जानकारी दी। यूपीईएस देहरादून से अंकुष विज ने एक्सआरडी टीईएम सेम टीएल और पीएल को समझाया, जिसका उपयोग फाॅस्फर मटेरियल के कैरेक्टराईजेंषन में किया जाता है। डाॅ. के.वी.आर. मूर्ति ने स्मार्ट सिटी में एलईडी के उपयोग पर व्याख्यान दिया। एन.कुमार स्वामी, डी.एस. क्षत्रिय डाॅ. शालू अत्री एवं डाॅ. आर. के. मिश्रा ने शोध में उपयोगी विधियों एवं सेथेथिसिस पर रोचक जानकारी प्रदान की जो इस विषय से जुड़े शोध छात्रों के लिए काफी उपयोगी सिध्द हुआ। राष्ट्रीय सम्मेलन में विभिन्न प्रदेषों से सम्मिलित हुए शोध विद्यार्थियों के 28 पोस्टर एवं 40 मौखिक प्रस्तुतिकरण प्रस्तुत हुये। टेक्नीकल सेंषन को सफल बनाने में डाॅ. एन.एस. सूर्यनारायण, डाॅ. व्ही.एस. पाणिग्राही, डाॅ. आर.के. पाधी, डाॅ. पूजा कुमारी, डाॅ. विकास दुबे एवं डाॅ. नेहा दुबे का योगदान रहा। डाॅ. एन.एस. सूर्यनारायण ने साईंस कालेज के स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए शोध से जुड़ने के लिए कहा उन्होंने विद्यार्थियों को अपना कैरियर चुनने में शोध करने को कहा जिससे वे समाज एवं देष के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे सके। प्राचार्य डाॅ. आर.एन. सिंह ने इस सम्मेलन के लिए भौतिकी विभाग के प्राध्यापकों की प्रषंसा की । सम्मेलन की सहसचिव सीतेष्वरी चन्द्राकर एवं डाॅ. नेहा दुबे ने संयुक्त रूप से जानकारी दी कि कल आमंत्रित व्याख्यानों के पश्चात् सर्वश्रेष्ठ मौखिक एवं पोस्टर प्रस्तुतिकरण के नामों की घोषणा की जायेगी तथा कल त्रिदिवसीय सम्मेलन का समापन समारोह मुख्य अतिथि डाॅ. शैलेन्द्र कुमार सिंह, कुलपति बस्तर विष्वविद्यालय, जगदलपुर की उपस्थिति में होगा। कार्यक्रम को सफल बनाने में भौतिकी विभाग के समस्त प्राध्यापक, अतिथि प्राध्यापक, शोध एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों को योगदान रहा।
