आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने स्थानीय युवा खिलाड़ियों को मेजर ध्यानचंद की जीवनी से अवगत कराया। उनके पदचिह्नों पर चलने का संकल्प दिलाया गया। इस मौके प्रदीप चन्द्राकर ने कहा कि आप सभी को यह मैदान जीवन भर याद रहेगा। मैदान के नाम के अनुसार अपना लक्ष्य हासिल करें। कोच की बहुंत बड़ी जवाबदारी होती है। आगे कहा कि मेजर ध्यानचंद की जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाता है। मेजर ध्यानचंद ने देश, विदेश में हाकी को अलग पहचान दिलाई। मेजर ध्यानचंद से खिलाड़ियों को सीख लेने की जरूरत है। पुकेश चन्द्राकर ने कहा कि जिले में प्रतिभा की कमी नहीं है। जिले में अनेकों प्रतिभावान खिलाड़ी हैं। जिला के कोच द्वारा प्रतिभावान खिलाड़ियों को ढूंढ कर उन्हें प्रशिक्षण दिलाने का काम कर रही है। जिले के कई खिलाड़ी ऐसे हैं जिसकी पहचान राज्य स्तर के पटल पर है। अंतरराष्ट्रीय खेलों भी हिस्सा ले चुके हैं। ने कहा कि प्रत्येक खिलाड़ियों को पूरी लगन के साथ मेहनत करनी चाहिए। मेहनत के बल पर ही हम आगे बढ़ सकते हैं। इस अवसर पर भारत यादव ,खिलेदं चंद्राकर , राहुल ,खिलेन्द, युवराज ,गुलशन ,कुलेश्वरी पटेल, सुमन सोनवानी, पायल साहू जितेंद्र साहू ,कमलेश साहू, रवि देशमुख देशमुख, छविता दिल्ली वार,माया साहू ,सोनाली ओझा, पीयुषा देशमुख , आर्यन सेन,ईशु, अंजलि,अंनू, राकेश, उमेश,खिलेन्द साहू ,रोशन ,साहू, जीतेन्द्र साहू उपस्थित थे।

- August 29, 2022