बुधवार से नगर के पास मौजूद हैं, 6 हाथी,पदचिन्हों के पीछे घूम रहा वन विभाग


पंडरिया।नगर के आस-पास 6 हाथियों का दल बुधवार से पहुंचा हुआ है।जो अचानकमार टाईगर रिजर्व से आये हैं।हाथी नगर के समरू पारा,सेमरकापा,गरगरा की पहाड़ियों में विचरण कर रहे हैं।किंतु वन विभाग की टीम का कार्य व्यवस्थित नहीं होने के कारण हाथी का दल लगातार नजरों से ओझल है।वन विभाग की टीम हाथियों के दल तक नहीं पहुंच पा रही है।लोगों की सूचना के आधार पर केवल पदचिन्हों तक पहुंच रही है।शनिवार को हाथियों को तलाशने ड्रोन कैमरा का उपयोग किया गया।

जिसके बावजूद विभाग हाथियों तक नहीं पहुंच पाया।शनिवार रात्रि में हाथियों ने नगर के समरूपारा के आगे अकबर खान के ट्यूब वेल को पूरी तरह तोड़ दिया है,वहीं धान को भी नुकसान किया है।इसी ट्यूब वेल को हाथियों द्वारा पहले भी आंशिक रुप से नुकसान पहुंचाया गया था।जिसे शनिवार को पुरी तरह तोड़ दिया गया।नगर के 1से 3 किलोमीटर के दायरे में ही हाथियों का दल ठहरा हुआ है। इसके बावजूद हाथियों का नजर में न होना वन विभाग के लिए एक असफलता है,तथा चुनौती बना हुआ है।
सामने नहीं आ रहे हैं हाथी-हाथियों का दल आस-पास ही मौजूद है।लेकिन वे केवल खाने के लिए ही निकल रहे हैं,जिसके पश्चात छिप जा रहे हैं।दल में छोटा बच्चा होने के कारण सुरक्षा के दृष्टि से हाथी ज्यादातर घने झाड़ियों व पहाड़ी के ऊपर छिपे हुए रहते हैं।इनके द्वारा किये जा रहे नुकसान व पद चिन्हों से ही हाथी की उपस्थिति पता चल रही है।किंतु ये स्थिति ठीक नहीं है।स्पष्टता के अब्जव में लोग खेतो में काम पर नहीं जा पा रहे हैं।
घट सकती है बड़ी घटना– हाथियों के दिखाई नहीं देने से सही लोकेशन का पता नहीं चल पा रहा है।नगर से सटे खेतों व बदौरा के जंगलों में लकड़हारे व चरवाहे बड़ी संख्या में जाते रहते हैं।सही लोकेशन की जानकारी नहीं होने पर हाथियों के दल से मुड़भेड़ होने पर बड़ी दुर्घटना घट सकती है।
दो ग्रुप के बंटने की आशंका-हाथियो के दल के दो ग्रुप में बंटने का अनुमान लगाया जा रहा है।शनिवार रात में हाथियो ने पंडरिया के समरूपारा के पास ट्यूब वेल में तोडफ़ोड़ किया गया है।वहीं सुबह करीब चार बजे बदौरा में हाथियो ने एक बाड़ को तोड़ा है तथा आगे कक्ष क्रमांक 506 में उनके पैरों के निशान व मल मिले हैं।समरूपारा व बदौरा की दूरी पहाड़ी रास्तो से लगभग 8 किलोमीटर की है।बदौरा के ग्रामीण 4 हाथी देखे जाने की बात कह रहे हैं।हालांकि एक वयस्क व एक बच्चे दो हाथियो के पद चिन्ह दिखाई पड़ रहे हैं।जबकि दल में 6 हाथी थे।इसे देखते हुए समूह का दो ग्रुप में बंटने का अनुमान लगाया जा रहा है।
लुका-छिपी खेल रहे हाथी-नगर से सटा हुआ सेमरकोना पहाड़ी के एक तरफ स्थित हैं।वहीं पहाड़ी के दूसरी ओर गरगरा व बदौरा के जंगल है।हाथी इसी पहाड़ी का फायदा उठा रहे हैं।पहाड़ी पार कर कभी गरगरा व कभी समरूपारा के खेतों में आ जाते हैं।वहीं विभाग के कर्मियों को घूमकर 15 से 20 किलोमीटर सफर करना पड़ता है।
“हाथियो के मूवमेंट पर नजर रखने के लिए दल गठित किये गए हैं,जो निगरानी कर रही है।भौगोलिक परिस्थिति के चलते हाथी दिखाई नहीं पड़ रहा है।ग्रमीणों की सूचना के आधार पर निगरानी कर रहे हैं।आस-पास के लोगों को जंगल व खेतों में जाने से मना किया जा रहा है तथा सावधानी बरतने कहा जा रहा है।”
सुयशधर दिवान,एसडीओ वन विभाग पंडरिया।