रिपोर्टर- चंद्रभान यादव
जशपुर । सोमवार से शुरू हुई बारिश लगातार हो रही है और वह भी ज्यादातर समय तेज मूसलाधार बारिश। इस बारिश से जिले के सभी जलाशय लबालब हो गए हैं। बीते तीन दिन में जिले भर में 96.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की है। बीते 48 घंटे में 47.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। जिले के सभी इलाकों में बारिश हो रही है। इस बारिश के बाद जिले में इस वर्ष की औसत वर्षा 898.4 है, जो सालाना औसत वर्षा के बेहद करीब है। जिले की सालाना औसत वर्षा 993.5 मिमी है। मतलब अब सालाना कोटा पूरा करने के लिए सिर्फ 95.1 मिमी औसत बारिश की जरूरत है।
शहर सहित जिले भर में सोमवार की सुबह 10 बजे से लगातार बारिश हो रही है। सोमवार को दिनभर लगातार बारिश हुई। इस दौरान दिन में 3 बार 5 से 10 मिनट के लिए ही बारिश की बूंदें थमी थीं। सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात को भी रातभर बारिश होती रही। मंगलवार को सुबह रिमझिम फुहार के बाद सुबह 9.30 बजे से तेज बारिश शुरू हो गई।
दोपहर 12 बजे तक तेज मूसलाधार बारिश का सिलसिला चला। दोपहर 1 बजे से बारिश से कुछ राहत मिली पर शाम को करीब तीन घंटे तक तेज मूसलाधार बारिश ने पूरे शहर को तरबतर कर दिया। रात मेें भी बारिश नहीं थमी। इधर बुधवार को भी दिनभर रूक-रूककर बारिश होती रही। इस बारिश के बाद शहर के देउलबंद और रानीसती तालाब भर चुका है।
तापमान 26 डिग्री में पहुंचने से मौसम सुहाना
लगातार हो रही बारिश की वजह से मौसम में ठंडकता घुली हुई है। बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 26 डिग्री व रात का न्यूनतम तापमान 22 डिग्री दर्ज किया गया है। दिन व रात के तापमान में सिर्फ 4 डिग्री का अंतर है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यदि बारिश का मौसम बना रहा तो फिर तापमान में बढ़ोत्तरी नहीं होगी और शरद के आगमन के साथ ही तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी।
सबसे अधिक बारिश जशपुर में: इस वर्ष अब तक सबसे अधिक बारिश जशपुर तहसील में दर्ज की गई है। जशपुर में 1 जून से अब तक 1117.7 मिमी बारिश हुई है। बीते 10 वर्षों की तुलना में 14 सितम्बर तक औसत वर्षा 927.3 मिमी हुई है। अन्य तहसीलों की बात करें तो अब तक मनोरा में 879.2 मिमी, कुनकुरी में 981.7 मिमी, दुलदुला में 832.9 मिमी, फरसाबहार में 709.6 मिमी, बगीचा में 943.8 मिमी बारिश हुई।
30 दिन में 516.5 मिमी बारिश
इस वर्ष जिले में अच्छी बारिश 11 अगस्त के बाद शुरू हुई है। इससे पहले तक आसाढ़ व सावन का महीना लगभग सूखा था। बीते 30 दिन में ही 516.5 मिमी बारिश हुई, जिससे खेती का काम पूरा हो पाया। आंकड़ों पर गौर करें तो इस वर्ष 30 जून की स्थिति में जिले में सिर्फ 61.8 मिमी बारिश हो सकी थी। हालात गर्मी के दिनों के जैसे थे। 15 जुलाई तक की स्थिति में 151.2 मिमी बारिश हुई थी।
30 जुलाई तक भी सूखे के हालात थे और औसत वर्षा सिर्फ 181.5 मिमी थी। 11 अगस्त तक भी कोई खास बारिश नहीं हुई थी। इस अवधि तक सिर्फ 381.9 मिमी बारिश ही हो पाई थी। इसके बाद मानसून मेहरबान हुआ और 30 अगस्त तक की स्थिति में जिलेभर में 543.8 मिमी बारिश हो गई। 14 सितंबर तक की स्थिति में जिले की औसत वर्षा 898.4 मिमी है।