जापान । नेपाल के पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर रनवे पर 72 सीटों वाला यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। बचाव कार्य जारी है। फिलहाल एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। हादसे की वजह का अब तक पता नहीं चल सकी है। इस हादसे में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी हैं।
अबतक इसकी सही जानकारी नहीं हो पाई है। हालांकि, हादसे की जानकारी देते हुए येती एयरलाइंस के प्रवक्ता सुदर्शन बरतौला ने बताया कि यति (Yeti) एयरलाइंस के विमान में कुल 68 यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। विमान पुराने हवाई अड्डे और पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बीच दुर्घटनाग्रस्त हुआ है।

दुनिया का सबसे बड़ा विमान हादसा स्पेन के द्वीप टेनेरीफ के हवाई अड्डे पर हुआ था। 27 मार्च 1977 को यहां दो फ्लाइट रनवे पर एक-दूसरे से टकरा गईं थीं। इस दुर्घटना में कुल 583 लोगों की मौत हुई थी।
जापान में 12 अगस्त, 1985 को राजधानी टोक्यो से करीब 100 किलोमीटर दूर जापान एयरलाइंस की एक फ्लाइट हादसे का शिकार हो गई थी। इस हादसे में कुल 524 लोग मारे गए थे, जिनमें 509 यात्री और 15 चालक दल के सदस्य थे।
अमेरिका के इलिनॉय में 25 मई, 1979 को प्लेन हादसा हुआ था। इस हादसे में 273 लोगों की मौत हुई थी। अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट 191 शिकागो से उड़ान भरने के बाद कुछ ही मिनटों में क्रैश हो गई और इसमें सवार सभी 258 यात्रियों के साथ, चालक दल के 13 सदस्यों की मौत हो गई थी। जब यह जहाज क्रैश हुआ तो जमीन पर मौजूद दो लोग भी मारे गए।
19 फरवरी, 2003 को ईरान की केरमेन पहाड़ी के पास प्लेन हादसा हुआ। इस हवाई दुर्घटना में 275 मौतें हुई थीं। विमान में ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के जवान यात्रा कर रहे थे।
17 जुलाई, 2014 को एम्सटरडैम से कुआलालंपुर जा रही मलेशिया एयरलाइंस की एक फ्लाइट हादसे का शिकार हो गई। इसमें सवार 283 यात्री और 15 चालक दल के सदस्य मारे गए थे। इस जहाज को रूस समर्थक विद्रोहियों ने यूक्रेन के दोनेत्सक इलाके में मार गिराया था।
19 अगस्त, 1980 को सऊदिया एयरलाइंस की एक फ्लाइट 163 में आग लग गई थी। इस हादसे में 287 यात्रियों सहित 301 लोग मारे गए थे। 12तीन मार्च, 1974 को टर्किश एयरलाइंस का एक विमान पेरिस के पास जंगलों में क्रैश हो गया था। इस हादसे में विमान पर सवार सभी 346 लोग मारे गए थे।