भारत माता की वीरांगना बेटी पुण्यश्लोका राजमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती के लिए कुंडा तहसील में समिति का गठन किया गया

पंडरिया। राजमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300 वीं जयंती के लिए कुंडा में कार्यशाला का आयोजन किया गया,जिसमें कुंडा तहसील में समिति का गठन किया गया।कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए दुर्ग विभाग के बौद्धिक प्रमुख राममुरारी यादव ने कहा अहिल्याबाई होल्कर ने प्रजा के लिए लोकल्याणकारी कार्य किए। उन्होंने नारी उत्थान के अनेकों कार्य किए।विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा तोड़े गये मंदिरों को पुनः बनवाया।

अनेकों जलशय, सड़कों, व सड़कों के किनारे वृक्षारोपण कराया।पति की मृत्यु के बाद भगवान शिवजी को साक्षी मानकर राज्य का बागडोर सम्हाला राजमाता अहिल्याबाई होल्कर भारतीय कला संस्कृति के रक्षक तथा न्याय प्रिय थी।रानी अहिल्याबाई होल्कर समिति पंडरिया के संयोजक शिवकुमार बंजारे ने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर जिस समय जन्मदिन लिया, उस समय समाज में महिलाओं की स्थित अच्छी नहीं थी।उस समय बाल विवाह, सती प्रथा, दास प्रथा प्रचलित थी।

इन सभी बुराइयों का रानी द्वारा घोर विरोध किया गया। प्रजा के कल्याण के लिए अनेकों कार्य किए।ऐसे महान वीरांगनाओं का का इतिहास लोगों के बीच नहीं आना कहीं ना कहीं भारतीय सभ्यता, संस्कृति और यहाँ के गौरवमयी इतिहास को नीचा दिखाने का प्रयास किया गया था। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए समिति के सहसंयोजक गायत्री चंद्रवंशी ने कहा नारी ही जगत का आधार है। नारी अबला नहीं सबला है।युग-युग से नारी पूज्यनीय है और अनेकों कार्य किए हैं।

अब समय आ गया है कि अहिल्याबाई होल्कर को समाज में उचित प्रतिष्ठा मिले और उनके कार्यों को लोग जाने तथा उनसे प्रेरणा लें।


कार्यशाला में कुंडा परिक्षेत्र के समिति का गठन किया गया। इसमें संयोजकअश्वनी यदु,सहसंयोजक शशी गबेल, नीलम धनकर,सचिव लुकेश साहू, सहसचिव भुनेश्वर चौहान, कोषाध्यक्ष कुमार चंद्राकर, सह कोषाध्यक्ष नारायणदीप पाटले, प्रचार प्रमुख पुरषोत्तम निर्मलकर, सह प्रचार प्रमुख लोन चन्द्रवंशी, संपर्क प्रमुख अजित सिंह मक्कड़, मिडिया प्रभारी गुलाब तिवारी बनाये गये हैं। इस अवसर पर होरीलाल गबेल, नरेन्द्र चन्द्रवंशी, ईश्वरी साहू, नकुल चंद्राकर, दुर्गा राठौर,पूजा टंडन, सावित्री मानिकपुरी, सरस्वती चंद्राकर, भागीरथी वैष्णव, रामगोपाल यादव, नमन गुप्ता सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।