रिपोर्टर, चंद्रभान यादव
जशपुर। बादलखोल अभयारण्य क्षेत्र में 40 हाथियों का आ धमका है। 50 हाथियों का दल कांसाबेल से बगीचा पहुंचा था, झिक्की में दो दिन रुकने के बाद दल भितघरा गांव पहुंचे। यहां हाथियाें का दल दाे भागों में बंट गया। अब हाथियों का एक बड़ा दल अभयारण्य से सटे गांवाें में उत्पात मचा रहा है।

बीती रात हाथियों के दल ने बीती रात, कलिया और आस-पास के गांव में किसानों के खेत में पहले फसल बर्बाद की और बाद में मकान भी तोड़ दिए। लोग अपनी जान और संपत्ति की सुरक्षा के लिए रात भर हाथ में मशाल लेकर हाथियों को खदेड़ने में व्यस्त रहे।
रात के अंधेरे में हाथ में मशाल ले कर हाथियों को खदेड़ने के लिए ग्रामीण शोर मचाते रहे। बादलखोल अभयारण्य क्षेत्र के गेम रेंजर का कहना है कि हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और इसकी सूचना प्रसारित कर, ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है। गेम रेंजर ने ग्रामीणों से अपील किया है कि हाथियों से दूरी बनाए रखे और जंगल की ओर जाने से बचे।
प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीणों ने बताया की हाथियों के इस बड़े दल में छोटे हाथी और दंतैल हाथी भी शामिल हैं। ग्रामीणों ने बताया कि लगातार खदेड़े जाने से हाथियों का यह दल दो भागों में बंट गए हैं। इससे ग्रामीणों की परेशानी और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। अभयारण्य क्षेत्र में हाथियों की हलचल बढ़ने से कुनकुरी और बगीचा वन परिक्षेत्र में भी वन विभाग सतर्क हो गया है।
40 हाथियों के इस दल में मौजूद दंतैल हाथियों ने कलिया गांव में जमकर उत्पात मचाया है। जानकारी के अनुसार हाथियों ने किसान डमरूधर यादव, बालेश्वर यादव, रतन यादव सहित 10 किसानों की दाल और सब्जी की फसल को नुकसान पहुंचाया है। खेत में घुसे हाथियों ने फसल को खाया उसके बाद उत्पात पूरी फसल भी चाैपट कर दी। इसके साथ ही सस्तु राम के घर को हाथियों ने तोड़ दिया है। वन विभाग के रिपोर्ट के अनुसार जमुना और सागजोर बीट में 15 हाथियों का दल मौजूद है।