पंडरिया। नगर के कोमल प्रसाद बांधेकर का इकलौता पुत्र रोहन बांधेकर पं. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, रायपुर में MBBS द्वितीय वर्ष का अध्यनरत छात्र था। 19 जुलाई 2024 को सुबह करीब 10 बजे स्वास्थ्य खराब होने के कारण डॉ. भीमराव अम्बेडकर अस्पताल, रायपुर में उनके सहपाठियों द्वारा उन्हें एडमिट किया गया।जहां उपस्थित प्रशिक्षु चिकित्सकों के द्वारा जाँच में हार्ट अटैक का लक्षण बताया गया। जिसकी पुष्टि ईसीजी के माध्यम से की गई।
उक्त जाँच की सूचना प्रशिक्षु चिकित्सकों के द्वारा चिकित्सा विशेषज्ञों को फोन के माध्यम से दी गई,परन्तु वे उपलब्ध नहीं हुए। साथ ही किसी प्रकार की प्रारंभिक उपचार नहीं दिया गया। अपितु गोल्डन पीरियड को भी लापरवाही पूर्वक बर्बाद किया गया। डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल रायपुर के विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा समय पर ईलाज ना कर पाना गैरजिम्मेदारी और घोर लापरवाही को प्रदर्शित करता है।

लचर स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण गरीब परिवार और समाज का एक होनहार बच्चा समुचित और समय पर उपचार के अभाव में मौत के मुंह में समा गया। इस घटना से आहत परिवार एवं समाज के लोगों द्वारा नगर में रोहन बांधेकर को न्याय दिलाने हेतु 3 सूत्रीय मांगो को लेकर 24 जुलाई बुधवार को राज्यपाल के नाम अनुविभागीय अधिकारी पंडरिया के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया। एमबीबीएस छात्र रोहन बांधेकर को श्रद्धांजलि स्वरूप में और शासन-प्रशासन तक समाज की आवाज पहुंचाने के लिए लगभग 1000 हजारों की तादाद मे सामाजिक लोगों नगर में मौन कैंडल मार्च भी निकाला। प्रमुख तीन सूत्रीय मांगों मे प्रथम न्यायिक जांच की मांग की गई है, दूसरा दोषियों को सख्त-से-सख्त सजा दिलाने एवं तीसरा पीड़ित परिवार ने एकलौते पुत्र खोया है उनको 01 करोड़ क़ी क्षतिपूर्ति की राशि शासन से दिलाये जाने की मांग की गई है। इस कार्यक्रम में सर्व रविदास समाज, प्रांतीय अहिरवार समाज, जिला कबीरधाम, जिला मुंगेली, जिला बिलासपुर एवं जिला कोरबा के पदाधिकारीगण व नारी शक्तिगण एवं स्थानीय पंडरिया ब्लाक के पदाधिकारीगण आदि शामिल थे।
समाज प्रमुखों ने शासन-प्रशासन को न्यूज चैनलों व सोशल मिडिया के माध्यमों से अवगत कराते हुए सूचित किया गया है कि यह शिक्षित समाज अभी मौन रैली के माध्यम से अपनी बातों को शासन प्रशासन तक पहुंचाने का प्रयास कर रही है। इस मामले को लेकर समाज में भारी गुस्सा और आक्रोश व्याप्त है। मांग पूरी न होने की दशा में प्रदेश स्तर पर रायपुर में बड़ी तादाद में समाज के पदाधिकारियों के द्वारा धरना प्रदर्शन व चक्का जाम करने तक का कार्य भी किया जाएगा। जिसकी सम्पूर्ण जवाबदारी शासन व प्रशासन की होगी।