अमलेश्वर के एक घर मे घुस गया जहरीला नाग सांप, पास के ही शिवमंदिर में पूजा कर रहे भक्तों का हुजूम देखने उमड़ पड़ा, सफल रेस्क्यू कर बाहर बस्ती से दूर छोड़ा

पाटन। सावन का पवित्र महिना में भगवान शंकर के गले की माला नागदेव का साक्षात दर्शन करने का अवसर हमारे हिन्दू धर्म ग्रंथ व पुराणो में बहुत ही शुभ माना जाता हैं पर, यहीं नागदेव साक्षात दर्शन देने के लिये घर के अंदर ही आ जाता हैं तो घर वाले सदस्यों का चीख पुकार मचना स्वाभाविक रूप से चालू हो ही जाता हैं, घबडाहट के कारण से बेचैनी व दिल की धडकन बढ जाती हैं और यहीं हुआ, रविवार के दिन पाटन क्षेत्र के अमलेशवर मे छ. ग. पर्यावरण मित्र समिति के अध्यक्ष डाँ अश्वनी साहू के घर नागदेव देव घूस आया, घर के सभी लोग घबराने लगे, नाग देव भी लोगो को देखकर अपने स्वयं की रक्षा के लिये जोर जोर से फुंफकारने लगे, पर पर्यावरण प्रेमी हमारे डाँ अशवनी साहू ने नागदेव को मारने के बजाय उसे सुरक्षित तरीका से पकडकर उचित जगह छोडना ही उचित समझा। और उसे सुरक्षित तरीका से पकड कर दूसरे जगह छोडे भी।
पकडने के लिये यह तरकीब अपनाया गया
नागदेव को बहुत ही सावधानी पूर्वक घर के पास बने नाली में बडे वाली डंडे से उतारा गया फिर उसी डंडे की मदद से बडी वाली प्लास्टिक के बाल्टी में डालकर उसे दूर छोड़ गया।
समीप के शिव मंदिर में पूजा का कार्यक्रम चल रहा था, जहाँ से सैकडो लोगो ने पास आकर नागदेव जी का साक्षात दर्शन किये।
छ. ग. पर्यावरण मित्र समिति के अध्यक्ष डाँ अश्वनी साहू ने लोगों से अपील किया हैं कि कोई भी जहरीला व सामान्य साँप अपने आस पास आ जाये तो घबराये नहीं बल्कि उसे प्रशिक्षित लोगो की मदद से उसे पकड कर उसे दूर खाली पडे बंजर भूमि में छोडने का प्रयास करे, क्यो कि साँप भी हमारे पर्यावरण चक्र संतुलित रखने का एक हमारे साथी ही हैं, वहीं उन्होने लोगों से कहा कि साँप व अन्य किसी भी जहरीले जीव जंतु के अचानक काट दिये जाने पर तुरंत ही बैगा गुनिया के पास न जाकर, समीप के सरकारी या मान्यता प्राप्त निजी अस्पतालो में सुरक्षित इलाज के लिये जाने के लिए प्रोत्साहित किया हैं ।