छत्तीसगढ़ के संस्कृति विभाग द्वारा पारंपरिक शिल्प कलाओं के संरक्षण, प्रचार-प्रसार, जागरूकता तथा रूचि जागृत करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी ‘आकार-2025’ पारंपरिक शिल्प एवं विविध कला प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण शिविर 15 से 31 मई, 2025 तक दो पाली में सुबह 7 से 10 बजे तक एवं सायं 5 बजे से 8 बजे तक महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय परिसर, सिविल लाईन रायपुर में आयोजित होगा।
‘आकार-2025’ प्रशिक्षण शिविर में इच्छुक प्रशिक्षु को फाईन आर्ट, नाटक, स्केचिंग, कैनवास पेंटिंग, जूट शिल्प, मेहंदी आर्ट, गोदना आर्ट, छत्तीसगढ़ी ज्वेलरी एवं ट्रॉयबल वुडन आर्ट, भरथरी गाथा, नाचा एवं लोक नृत्य-गीत, आदिवासी नृत्य एवं गीत, सेंड आर्ट, धान ज्वेलरी एवं ड्राई फ्लावर, ढोकरा शिल्प, वाद्ययंत्र प्रशिक्षण एवं मेकिंग, टेराकोटा एवं छत्तीसगढ़ी व्यंजन आदि विधाओं में ख्याति प्राप्त पारंगत कला गुरूओं द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण हेतु पंजीयन शुल्क 200 रूपये आकार प्रशिक्षण कार्यालय 2025 में जमा कर आईडी कार्ड प्राप्त कर सकते हैं तथा दिव्यांग एवं अनाथ बच्चों को प्रशिक्षण शुल्क में छूट रहेगी।
संचालनालय, संस्कृति एवं राजभाषा, सेक्टर-27, व्यावसायिक परिसर, द्वितीय तल, नवा रायपुर अटल नगर के कार्यालयीन समय में संस्कृति विभाग एवं E-mail: sanskriti.rajbhasha@gmail-com, वेबसाईट से प्रशिक्षण शिविर संबंधित जानकारी और आवेदन प्रारूप भी डाउनलोड किया जा सकता है। प्रशिक्षण पश्चात् प्रशिक्षुओं द्वारा निर्मित कलाओं को समापन दिवस के अवसर पर परिसर में प्रदर्शित किया जाएगा तथा प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाएगा।
