उपलब्धि : झीट का खोखो खिलाड़ी यशवंत लेगा ओडिशा के हाई पेरफॉर्मांस सेंटर मे ट्रेनिंग….अंडर 16 वर्ग में छत्तीसगढ़ से उच्च प्रदर्शन केंद्र में हुआ चयन

Raju verma

पाटन।पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे कुदोगे तो बनोगे खराब ,यह युक्ति आपने सुनी हि होगी लेकिन यह युक्ति को वर्तमान मे बहुत से खिलाडियों गलत साबित किया है, उनमे से एक हैं झीट के खो खो खिलाडी यशवंत यादव जिनका चयन खो खो खेल के माध्यम से ओडिशा मे संचालित होने वाली देश के प्रथम उच्च प्रदर्शन केंद्र मे हुआ है।

हाल हि मे ओडिशा सरकार ने खो खो को उच्च प्रदर्शन केंद्र स्थापित करने के लिए ए एम / एन एस इंडिया के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है, यह एक अद्वितीय साझेदारी मॉडल है जिसमे खो खो खेल गौरव हासिल करेगा।

इस उच्च प्रदर्शन केंद्र के लिए 12 अप्रेल से 14 अप्रेल तक पूरी ( ओडिशा) चयन प्रतियोगिता आयोजित कराया गया, जिसमे से दिल्ली, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, करनाटक, ओडिशा, महारास्ट्र, छत्तीसगढ़ के लगभग 150-200 खिलाडियों ने भाग लिए जिसमे अंडर 16 वर्ग मे छत्तीसगढ़ से उच्च प्रदर्शन केंद्र मे चयनित होने वाले एकमात्र खिलाडी होने का गौरव प्राप्त किया है। उनका चयन उनके खेल कौशल, शारिरिक दक्षता परीक्षण, लिखित परीक्षा के अच्छे प्रदर्शन के आधार पर हुआ है। इस प्रदर्शन केंद्र मे माध्यम से उनको उच्च स्तर के प्रशिक्षको के द्वारा निशुल्क खेल प्रशिक्षण, अंग्रेजी माध्यम स्कूल से कालेज तक पढाई, आवास, भोजन, यात्रा सुविधा प्रदान किया जायेगा। यशवंत कि चयन सूचना मिलने पर उमेश सिंह ( दुर्ग जिला अध्यक्ष खो खो संघ) सचिन डोंगरे, चवन साहू, एडवेंचर खो खो क्लब के सभी सदस्य, कोच, ग्राम सरपंच, जनपद सहित ग्राम प्रमुख पटेल सियानगण तथा समस्त ग्रामवासीयो ने बधाई एवम् शुभकामनाएं दी ।

परिचय
यशवंत यादव बताते है जब वे प्राथमिक स्कूल मे वह 8 साल की उम्र से हि वे प्रतिदिन अभ्यास कर रहे है। वर्तमान मे वह शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झीट मे अध्ययनरत है अभी 10वी की परीक्षा दिलाया है, वे अभ्यास के लिए गाव मे संचालित एडवेंचर खो खो क्लब प्रतिदिन शाम को अभ्यास करते है । उन्होंने अभी तक 4 बार राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का प्रतिनिधितव् कर चुके है जिसमे सब जूनियर नेशनल हिमाचल प्रदेश, दूसरा जूनियर नेशनल हुगली पश्चिम बंगाल, तीसरा नाशिक महारास्ट्र, चौथा बेमेतरा छत्तीसगढ़।

परिवार
यशवंत गरीब घर का लड़का है वे तीन भाई है यशवंत सबसे बड़ा है, वे दोनो छोटे गाव के कि शासकीय स्कूल मे पड़ते है तथा दोनो खो खो खेल का अभ्यास भी करने क्लब जाते है । पिता ग्वाला है ( गाय चराता है) माता मजदूरी करती है। यशवंत के उच्च प्रदर्शन मे चयन के खबर मिलने पर परिवार के सभी लोग खुश हैं।