4 माह बाद अमलीडीह अंधे हत्याकांड की गुत्थी सुलझी, प्रेमी ही निकला हत्यारा…मृतिका बना रही थी शादी का दबाव, इसीलिये की हत्या

बालोद। अमलीडीह में 4 माह पहले दो बोरी में भरे एक महिला की लाश के दुकड़े मिले थे, चेहरे व शरीर को जलाकर उसके दुकड़े कर के बोरी में भरकर एक बोरी को जंगल और दूसरे बोरी को नहर किनारे फेका गया था। चूंकि शरीर के कई टुकड़े मिलने से शिनाख्ती और पहचान करने में पुलिस को भारी दिक्कत हो रही थी। पुलिस एवं सायबर सेल की टीम ने बालोद जिले के अलावा धमतरी, दुर्ग, कांकेर, मानपुर, राजनांदगांव, के कई गुम इंसान महिला की जानकारी लेकर तस्दीक किया, इतना ही नही मृतिका के पीएम रिपोर्ट से मिली नसबंदी की जानकारी मितानिन, कोटवार की मीटिंग लेकर भी महिला की पहचान का प्रयास किया गया। बालोद पुलिस द्वारा लगातार तीन माह से घटना स्थल के आसपास के गांव में कैंप लगाकर पूछताछ की, तब जाकर एक गुम महिला की सूचना मिली। मृतिका के पहचान के बाद तकनीकी डाटा से आरोपी का सुराग मिला। जिसका खुलासा शनिवार को पुलिस कंट्रोल रूम में एसपी एसआर भगत ने किया। 

ये था मामला-  
मामला 13 अप्रैल का है। पुलिस को सूचना मिली कि बालोद थाना क्षेत्र के ग्राम अमलीडीह के नहर किनारे एक जली कटी लाश है, जिसका सिर, हाथ पैर एक बोरी में मिला। फिर दूसरे दिन ग्राम अमलीडीह के जंगल में एक बोरी में जली कटी लाश का धड़ मिला था। उस लाश का चेहरा जल गया था। जिससे उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। बालोद थाना में मर्ग कायम कर विवेचना में लिया गया था। मामला हत्या का होने से थाना बालोद में अपराध क्रमांक 223/2024 धारा 302, 201 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया था। घटना कि सूचना दुर्ग रेंज आईजी रामगोपाल गर्ग को देकर उनके निर्देशन में एसपी एसआर भगत, एएसपी अशोक जोशी, एसडीओपी देवांश सिंह राठौर व फारेंसिक टीम के द्वारा घटना स्थल जाकर घटना का बारीकी से निरीक्षण किया गया एवं थाना प्रभारी बालोद रविशंकर पांडे, व साइबर सेल प्रभारी को अज्ञात महिला के शव की पहचान एवं अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु  एसडीओपी के नेतृत्व में विशेष टीम बनाकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया था। इस दौरान विशेष टीम द्वारा घटना स्थल पर मिले लाश महिला का होने से टीम द्वारा गांव में कैंप कर आस पास एवं सरहदी जिलों में तस्दीक किया गया। इसके अलावा बालोद शहर से अमलीडीह की ओर आने जाने वाले रास्तों के सीसीटीवी फुटेज प्राप्त कर उसका बारीकी से एनालिसिस किया गया। घटना स्थल का तकनीकी डाटा लेकर उसका एनालिसिस किया गया। टीम द्वारा लगातार आसपास के गांव जाकर एवं कोटवार की मीटिंग लेकर गुम महिला की जानकारी प्राप्त किया गया।

मृतिका में मायक ग्राम बाघमार में जाकर पुलिस ने की पूछताछ-
एसपी एसआर भगत ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली की डौंडीलोहारा थाना क्षेत्र के ग्राम बकलीटोला में एक महिला कई दिनों से लापता है और वह अपने मायके ग्राम बाघमार में भी नही है। जिसकी सूचना पर तत्काल थाना प्रभारी रवि पांडेय अपनी थाना टीम व साइबर सेल टीम को लेकर ग्राम बकलीटोला जाकर लापता महिला के संबध में पता तलाश किया। तो पता चला कि गांव में स्वरूप धुर्वे की पत्नी गांव में नही है। जिस पर स्वरूप धुर्वे से मिलकर उससे उसकी पत्नी के बारे में पूछने पर बताया कि उसकी पत्नी प्रमिला ध्रुवे कुछ दिनो से घर पर नही है, कहां गई है इसकी जानकारी हमारे परिवार में किसी को नही है। वापस आ जायेगी सोच कर हम लोग थाना में रिपोर्ट दर्ज नही कराये है। और वह बताया कि वह 10 अप्रैल 2024 काम करने के लिए केशकाल गया था। उस दिन उसकी पत्नी प्रमिला ध्रुवे अपने मायके ग्राम बाघमार में थी। उसके बाद दूसरे दिन से उसका मोबाइल फोन नही लग रहा है और आज तक वह घर नही आई है। टीम द्वारा बाघमार जाकर गुम महिला की मां से पूछताछ किया गया। गुम महिला के मोबाईल का तकनीकी डाटा हेतु सायबर सेल को लगाया गया। 

ऐसे हुई मृतिका का पहचान-
गुम महिला प्रमिला ध्रुवे के संबध में उसकी मां बुधनतीन बाई से पूछताछ करने पर बताई कि दो जोड़ी पायल अपने दोनो बेटियों के लिए ली थी। जिसका एक जोड़ी मेरे पास है। टीम द्वारा घटना के फोटोग्राफ दिखाने पर बुधनतीन बाई ने नाक की फूली, अंगूठी, पायल और नेलपालिश का पहचान कर अपनी बेटी का होना बताया। और घर में रखे नेलपालिश को दिखाते हूए बताई कि प्रमिला एक हाथ में नेलपालिश लगाती थी। बुधनतीन बाई के द्वारा दिखाए गए पायल एवं बताये पहचान को विश्लेषण करने पर मृतिका की पहचान प्रमिला के रूप मे हुई।

मृतिका बना रही थी शादी का दबाव-
एसपी ने बताया कि मृतिका की पहचान प्रमिला के रूप में होने से मृतिका के कॉल डिटेल के आधार पर लगभग 15 से 20 लोगों से पूछताछ करने पर अततः जानकारी मिली कि मृतिका के घर से जाने का 10 अप्रैल से डारागांव निवासी दीपक साहू के साथ थी। जिसकी सूचना पर दीपक साहू का तकनीकी डाटा व मृतिका का तकनीकी डाटा एंव घटना स्थल से प्राप्त तकनीकी साक्ष्य के आधार पर दीपक साहू से घटना एवं गुम महिला के संबध में बारिकी से पूछताछ करने पर शुरूआत वह पुलिस को गुमराह कर रहा था। लेकिन टीम द्वारा साक्ष्यो के आधार पर बार बार पूछताछ करने पर अपना अपराध करना स्वीकार कर बताया कि मेरा 5 साल पूर्व मेरी पत्नी से तलाक हो जाने से मै अपने मामा गांव बकलीटोला जाने लगा। उस दौरान प्रमिला से पहचान हुई, जो प्रेम संबध में बदल गया। और प्रमिला मेरे घर डारागांव आने जाने लगी थी। जो मुझे शादी कर अपने पास रखने दबाव बना रही थी और घटना को अंजाम देने के संबध में बताया।

प्रेमी ने घटना को ऐसे दिया अंजाम-
आरोपी द्वारा 10 अप्रैल को प्रमिला ध्रुवे को अपने घर ग्राम डारागांव में लाकर संबंध बनाया। फिर शाम को उसके घर प्रमिला को छोड़ दिया। वापस आते समय दीपक ने पूनः प्रमिला को अपने घर से बाहर आने बोल कर अंधेरा होने के बाद अपने मोटर सायकल में बैठाकर उसे अपने डारागांव घर पर लाया। रात में दोनों शराब पीकर सोये थें। तभी अचानक दीपक की नींद खुली। तब उसने सुना कि प्रमिला किसी से मोबाईल में बात कर रही है। तब दीपक ने प्रमिला को इतनी रात को किससे बात कर रही हो कहने पर दोनो के बीच वाद विवाद हुआ। दीपक ने प्रमिला को हाथ गुस्से से मारा और हत्या करने की नियत से सिर को पकड़कर चौखट में पटक दिया। जिससे प्रमिला बेहोश होकर नीचे गिर गई। जिसे दीपक ने प्रमिला के पहने हुए साड़ी को गले में लपेटकर खिचते हुए घर के पीछे की बाड़ी में ले जाकर रख दिया। पहचान छुपाने की नियत से घर में रखे पेट्रोल को प्रमिला के चेहरे एवं शरीर में डालकर उसे जला दिया। घर में रखे हसिया से उसके सिर, पैर, हाथ को काटकर दो अलग अलग बोरियो में भर कर अपने मोटरसायकल से अमलीडीह तरफ गोंदली नहर के पास अलग अलग 100 मीटर की दूरी में दोनो बोरियों को फेक कर अपने घर आ गया। आरोपी दीपक साहू के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोटरसायकल, रस्सी, बोरी एवं हसिया को गवाहो के समक्ष जप्त कर आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।

विशेष टीम में ये रहे मौजूद-
उक्त अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में एसडीओपी देवांश सिंह राठौर, थाना प्रभारी बालोद रविशंकर पाण्डेय, उनि कमला यादव, सउनि धरम भूआर्य, प्रधान आरक्षक हरिशचंद सिन्हा, आरक्षक भेाप सिंह साहू , बनवाली साहू, मोहन कोकिला, अविनाश सिंह, नागेश साहू, लोकेश ठाकुर, लता सोनवानी, सायबर सेल टीम प्रभारी उनि जोगेन्द्र साहू, प्रधान आरक्षक रूमलाल चुरेन्द्र, भुनेश्वर मरकाम, विवेक शाही, आरक्षक पूरन देवांगन ,विपिन गुप्ता, राहुल मनहरे, आकाश दुबे, आकाश सोनी, संदीप यादव, मिथलेश यादव, योगेश पटेल, योगेश गेडाम, गुलझारी साहू, रवि गंधर्व, मनीष ठाकुर रहें।