शिव महापुराण कथा समापन के बाद आयोजक जिला पंचायत दुर्ग के सभापति मोनू साहू ने कार्यकर्ताओं, श्रद्धालुओं, दानदाताओं व प्रशासन का माना आभार


पाटन। अमलेश्वर में आयोजित समर्पण शिवमहापुराण में आए लाखों शिवभक्तों के लिए विशाल भंडारा भी सात दिन चला। इस भंडारे में आखिर तक महादेव की कृपा बनी रही। हर दिन करीब 1.25 लाख शिवभक्तों ने भोजन-प्रसादी ग्रहण किया। इस हिसाब से सात दिनों में करीब 8 लाख से ज्यादा भक्तों ने प्रसादी पाई। । खास बात यह रही कि कोई भी भक्त भूखा व प्यासा न रह जाए इसका विशेष ख्याल आयोजक दुर्ग जिला पंचायत के सभापति मोनू साहू ने रखा। श्री साहू ने अपने कार्यकर्ताओं को लेकर दिन ही नहीं देर रात तक पंडालों में जाकर भक्तों का कुशलक्षेप पूछते रहे। भीषण गर्मी में भक्तों की तबियत को लेकर भी वे संजीदा दिखे। करीब 350 लोगों को मेडिकल सेवाएं भी उपलब्ध करवाई।

00 भोजन प्रसादी बनाने व वितरण में जुटे 750 कार्यकर्ता

शिवमहापुराण के विशाल भंडारे में भोजन प्रसादी बनाने में 250 लोगों ने भागीदारी दी। वहीं भक्तों को भोजन वितरण में 500 कार्यकर्ता महिला व पुरूष जुटे रहे। इस व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने में कार्यकर्ताओं ने पूरे समर्पण के साथ अपनी सेवाएं दी। वैसे इस रसोई को नियंत्रित करने महादेव की ऐसी कृपा रही कि आखिर तक किसी समान की कमी नहीं पड़ी। कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा अपनी कथा में भी यही जिक्र करते रहे कि भंडारे में उनकी कृपा से कभी कोई कमी आती ही नहीं ।

00 भीषण गर्मी में भक्तों व कार्यकर्ताओं का दिखा समर्पण

अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले ने अमलेश्वर में समर्पण शिवमहापुराण की कथा सुनाई। इस कथा की सफलता का मुख्य आधार आयोजकों, कार्यकर्ताओं, अमलेश्वर के आसपास के 40 गांव के लोगों, कार्यकर्ताओं और प्रशासन का रहा है। आयोजक दुर्ग जिला पंचायत के सभापति मोनू साहू कहते हैं कि जिस तरह महराज जी ने समर्पण से ही देवाधिदेव महादेव की कृपा मिलने की कथा सुनाई। उसी का एक भाव कार्यकर्ताओं में भी दिखा। इस भीषण गर्मी में पानी के बोरे-बोरे उठाकर लाखों शिवभक्तों के पंडालों तक पहुंचाना और उसका वितरण करना, उनका समर्पण ही है।

00 विराम के बाद की रिक्तता की भरपाई नहीं

सात दिन के शिवमहापुराण का विराम रविवार को हो गया। इस विराम के बाद कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा सीहोर वाले को आयोजक परिवार ने विदाई दी। विदाई के बाद एक रिक्तता का अनुभव इस परिवार में है। आयाेजक समिति के मोनू साहू कहते हैं कि यह सूनापन- खालीपन अपने गुरु के प्रति समर्पण का ही है। महराज जी का आगमन फिर से जल्दी हो यह अपेक्षा है। देवाधिदेव महादेव की कृपा फिर से शिवभक्तों को प्राप्त हो यही कामना करते हैं।

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सभी का आभार माना

शिव महापुराण कथा के आयोजक मोनू साहू ने कहा की पूज्य गुरुदेव पंडित प्रदीप मिश्रा के सान्निध्य में अयोजित सात दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा के दिव्य आयोजन की सफ़लता का श्रेय उन सभी कार्यकर्ताओं को जाता है जो अथक प्रयासों और समर्पण भाव से दिन रात कथा स्थल पर लगे रहे। आप सभी के द्वारा की गई व्यवस्थाओं,सेवा और समर्पण ने इस आयोजन की अत्यंत सफल और विस्मरणीय बनाया। हर कार्यकर्ता का योगदान अमूल्य रहा हऔर इसके लिए मैं आप सभी के प्रति हृदय से आभारी हूं। शिव की कृपा से यह आयोजन हमारी सामूहिक ऊर्जा और एकता का प्रतीक बन गया है। भविष्य के भी हम इसी तरह एकजुट होकर ऐसे धार्मिक और सामाजिक कार्यों में सहभागिता करेंगे।