संजय साहू
अंडा। बालोद जिला गुण्डरदेही ब्लॉक के अंतिम छोर गांव ग्राम पंचायत डौकीडीह (द्वारकाडीह) इस गांव में अक्षय तृतीया के दिन ठाकुर देव के पास पुजा अर्चना करके गांव के शीतला माता के दरबार में पुरे गांव के लोग खिचड़ी बनाकर खाते हैं। यहां की परंपरा अभी भी चली आ रही हैं। गांव के लेखपाल चन्द्राकर और बिक्कु चंद्राकर ने बताया कि सौ साल पहले से चलते परम्परा चली आ रही है।
पहली बार एक महामारी बीमारी फैला हुआ था , और गांव में महामारी से परेशान थे तब गांव में एक बाबा जी आये थे, कुछ दिन तक वहीं गांव में घुम रहे थे और गांव वाले को बोले कि मेरा समाधि स्थल यही बनाना और कहा कि पुरे गांव वाले मिलकर इस महामारी बीमारी को दूर करना है,तो तब गांव के ठाकुर देव और मेरे समाधि स्थल में अक्षय तृतीया के दिन ठाकुर देव परसा,पीपल के पत्ता में धान को लेकर चढ़ाते हैं और शीतला दरबार में पूजा अर्चना करते हैं, वहां सिर्फ पुरूष लोग घर से चांवल,उड़द दाल, गुड़ तीनों को मिलाकर खिचड़ी बनाते हैं और आम के आचार के साथ खाते हैं। यह परंपरा कई वर्षों से चले आ रहे हैं । यहां सुबह 8 बजे से 12 बजे तक सिर्फ पुरुष लोग ही खिचड़ी बना के खाते हैं। ऐसे परंपरा छत्तीसगढ़ में कहीं नहीं होता। इसके चलते आगामी वर्ष के लिए देवी – देवताओं का पूजा-पाठ करके ग्रामवासियों के लिए उज्जवल भविष्य की मनोकामना की। इस अवसर पर गांव के बैगा गणेशराम साहू ,सरपंच ग्राम पंचायत डौकीडीह मोहन चंद्राकार,उपसरपंच राजेश साहू, पंच भूषण चंद्राकार व ग्रामीण जन रोहित निषाद संतोष सेन,विवेक चंद्राकार,
लेखपाल चंद्राकर विवेक चंद्राकर संतोष सेन. दीपक चंद्राकर पप्पू साहू गणेश साहू मनहरन निषाद नरेश यादव शिवकुमार साहू दला राम चंद्राकर गामा चंद्राकर रूपराम साहू मिनेश साहू होरीलाल साहू मणि साहू मेघनाथ साहू,धनसिंग साहू,राजू चंद्राकार, तेजेन्द्र चंद्राकार,नवीन चंद्राकार,ईश्वर साहू,लोकेश चंद्राकार,ढालेंद्र चंद्राकार, कृष्णा चंद्राकार,धलेन्द चंद्राकार,भीषम साहू,भूषण चंद्राकार, चितरंजन साहू,डोमेन्द्र साहू,होरी लाल साहू,गुलाब साहू,राजेन्द्र साहू,बल्लू चंद्राकार, लोमेश चन्द्राकर, मेघनाथ साहू,हेमंत चंद्राकार, डाला राम चंद्राकार, प्रीत लाल चंद्राकर, डोमन सेन,घसु सेन,चेतन सेन सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।
