ग्रामीण क्षेत्र में धूमधाम से मनाया गया अक्ती पर्व,गुड्डा गुड़िया का किया विवाह

संजय साहू
अंडा। हिन्दू धर्म में हर तीज त्योहार और व्रत का विशेष महत्व है। उन्हीं में से एक है अक्षय तृतीया अक्ती का पर्व। ग्रामीण क्षेत्र में अक्ती पर्व विशेष रूप से मनाया गया। गली मोहल्ले में मंगल गीत गाते हुए बच्चों के साथ महिलाएं निकली इसके बाद डीजे, धमाल के साथ पुतरा पुतरी का शादी कराया गया।

दुर्ग ग्रामीण विधान सभा क्षेत्र के ग्राम चिंगरी में महावीर मंदिर के पास महिला, बच्चों ने गुड्डा-गुड्डी ,पुतरा-पुतरी का विवाह रचाने की परंपरा का निर्वहन काफी उत्साह के साथ किया गया। गुरुवार की सुबह ही सर्वप्रथम पेपर व कलर पेन से बच्चों ने आकर्षक निमंत्रण शादी कार्ड बनाकर इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अपने करीबी रिश्तेदार,दोस्तों को निमंत्रण भेज शामिल होने का आग्रह किया। कार्यक्रम में रात में चूलमाटी, मेहंदी की रस्म पूरा की गई। इसके बाद दस मई अक्षय तृतीया को सुबह देवतला, चिकट, हरिद्रालेपन के साथ बारात का स्वागत किया गया। गुड्डा-गुड्डी का फेरा,टिकावन कराने के बाद एक साथ नाश्ता में करी लड्डू, जलेबी व खीर पुड़ी सब्जी भोजन कर विदाई दी गई। इस तरह से अक्ती की खुशियां मनाई गई।