धान खरीदी केंद्रों के समिति प्रबंधकों से अवैध वसूली का मामला सामने आते ही हड़कंप मची,  कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश, बहुत दोनो से चल रहा था दबाव बनाकर वसूली किए जाने की चर्चा

दुर्ग। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अधीन आने वाले धान खरीदी सोसायटी प्रबंधको से अवैध वसूली का मामला प्रकाश में आया है। दुर्ग, बेमेतरा और बालोद के अधीन आने वाले करीब 311 समितियों के प्रबंधको से वसूली की शिकायत सामने आने के बाद कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने जांच के आदेश दे दिए है। उन्होने इस मामले में तीन अफसरों की जांच टीम बनाई है। अवैध वसूली की जांच शुरू होने के बाद सोसायटियों में खलबली मच गई है।

धान खरीदी के दौरान प्रत्येक सोसायटी प्रबंधको से 25-25 हजार लिए जाने की शिकायत की गई है। सूत्रों ने बताया कि, उच्च अधिकारियों और यहां तक कि जनप्रतिनिधियों के नाम लेकर अवैध वसूली किए जाने की बात सामने आई है। इस मामले की भनक से जिला सहित प्रदेश स्तर पर खलबली मचा दी है। बेमेतरा कलेक्टर रणबीर शर्मा ने इस मामले को गंभीरता से लिया और उन्होने एडीएम अनिल कुमार बाजपेयी, एसडीएम बेमेतरा घनश्याम सिंह तंवर और डिप्टी कलेक्टर दिव्या पोटाई को जांच के निर्देश दिए है।
पन्द्रह दिन के अंदर करेगें जांच

बेमेतरा कलेक्टर ने पन्द्रह दिन के अंदर जांच किए जाने के निर्देश दिए है। वसूली किस तरह से की गई है। इसे लेकर सोसायटियों के गलियारों में खूब चर्चा है। प्रबंधको से वसूली चंदा, सूखत के नाम पर हो सकती है। बहरहाल धान खरीदी हो चुकी है। वहीं धान उठाव के बाद सूखत आने पर कार्यवाही होती है। ऐसी चर्चा है कि, प्रबंधको से सूखत को सेटलमेंट कराने दबाव बनाकर राशियां वसूली गई है। देखना है कि टीम के जांच पर क्या कार्यवाही होगी।

दुर्ग से तीनों जिले का संचालन

जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्ग के अधीन ही बेमेतरा और बालोद सोसायटियों का भी संचालन होता है। तीनों जिले को मिलाकर यहां 311 समितियों आती है। इस अवैध उगाही की माने तो 77 लाख रुपए से अधिक लेनदेन किया गया है। सूत्रों की माने तो जिला बेमेतरा धान खरीदी के लिए बनाए गए नोडल अधिकारियों से जांच टीम जल्द बयान लेने की तैयारी में है। बहरहाल प्रबंधको से अवैध वसूली की आंच से मुख्यालय के अधिकारियों में भी हडकंप की स्थिति निर्मित है।

जांच अधिकारी नियुक्त किया है
बेमेतरा के आलावा दुर्ग कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने भी जांच के आदेश दिए है। उनके निर्देश पर जांच अधिकारी जिला पंचायत सीईओ अश्वनी देवांगन, भिलाई नगर निगम आयुक्त दशरथ राजपूत और डिप्टी कलेक्टर उत्तम ध्रुव जांच अधिकारी बनाए गए है। इन अधिकारियों को कलेक्टर द्वारा विभिन्न जांच के बिन्दुओं के तहत पडताल किए जाने के निर्देश दिए गए है। सीईओ अश्वनी देवांगन ने बताया कि, मामले की जांच के निर्देश कलेक्टर ने दिए है। जिसके बाद प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गई है।