पर्व को लेकर खासकर छोटे बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था।
अंडा। भाई-बहन के स्नेह और प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का पर्व सोमवार को शुभ मुहूर्त के चलते दूसरे पहर में दोपहर 1.00 बजे के बाद से पूरे दिन धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। पर्व को लेकर गांव में दिन भर गहमागहमी का माहौल देखने को मिला। रक्षाबंधन में अपने भाईयों को राखी बांधने, बहनों ने जमकर तैयारियां की थी।


विभिन्न प्रकार के पकवानों से सजी थाल के साथ एक से बढ़कर एक सुंदर-सुंदर राखियां भाईयों की कलाई पर सजती रही। बहनों ने भाईयों की कलाई में राखी बांधकर जहां उनके लिए मंगल कामना की, वहीं भाईयों ने बहनों की रक्षा का वचन दिया। रक्षा बंधन के त्यौहार को लेकर वैसे तो सुबह से ही छेत्र में गहमा-गहमी शुरू हो गई थी।
लेकिन जहां तक राखी बांधने का सवाल है तो शुभ मुहुर्त देखकर ही बहनो ने अपने भाईयों की कलाईयों में राखियां बांधी। पर्व को लेकर खासकर छोटे बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। त्यौहार को लेकर बाजार में भी काफी गहमा-गहमी रही। वहीं बसों व टैक्सियों में खासी भीड़ देखी गई। श्रावण पूर्णिमा को मनाया जाने वाला रक्षाबंधन का त्यौहार प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।