पाठकों की पाती में आज हरेली तिहार पर विशेष यह कविता युवा कवि अशोक यादव मुंगेली की कलम से , आप भी पढ़िए
छत्तीसगढ़ के पहली तिहार हरेली सावन म सबो कोती हरियाली के हे बहार।चलव मनाबो छत्तीसगढ़ के पहली तिहार।। किसान ह धान बों डरिस खेत अउ भांठा।नांगर, कुदरी, रापा ल धोके