पाटन। शासकीय चंदूलाल चंद्राकर स्नातकोत्तर महाविद्यालय पाटन की महिला विकास प्रकोष्ठ के तत्वधान में साइबर अपराध पर एक दिवसीय जागरूकता अभियान पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के के रूप में पाटन पुलिस अनुविभाग के एसडीओपी देवांश राठौर व पाटन थाना प्रभारी राजकुमार लहरी सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ बीएस छाबड़ा सभी का स्वागत करते हुए साइबर अपराध के प्रकारों को बतलाते हुए कहा कि साइबर अपराध दो प्रकार के होते हैं पहला वित्तीय साइबर अपराध और दूसरा क्रिमिनल साइबर अपराध होता है। इन अपराधों से जागरूकता द्वारा ही बचा जा सकता है इसी उद्देश्य को लेकर छात्र-छात्राओं में साइबर अपराध को रोकने के प्रति जागरूक करने हेतु आज यह कार्यक्रम महाविद्यालय में आयोजित किया गया है।

मुख्य वक्ता एसडीओपी राठौर साहब ने साइबर अपराध कैसे होता है इसको विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से बताया साथ ही छात्र छात्राओं को कहा कि इन अपराधो को आसानी से रोका जा सकता है इसके लिए आवश्यक है आप सभी जागरूक हो सतर्क हो वित्तीय साइबर अपराध से बचने के लिए जरूरी है कि कभी भी मोबाइल नंबर पर आने वाली ओटीपी किसी को ना बताएं क्योंकि बैंक कभी भी आपको कॉल करके आपके खाते के संबंध में जानकारी नहीं मांगता है इसी तरह से सोशल मीडिया पर अपनी फोटो वायरल होने से बचाएं फेसबुक इंस्टाग्राम पर आईडी को लॉक कर कर रखें और अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट को स्वीकार ना करें जिनको हम जानते हैं पहचानते हैं उन्हें ही अपने मित्र सूची में शामिल करें । टीआई लहरे ने छात्र छात्राओं को जागरूक करते हुए कहा कि कभी भी आपको अनजान नंबर से फोन आए और अगर आपको कुछ भी समझ ना आए तो ऐसी स्थिति में निकटस्थ थाने में संपर्क करें, बैंक संबंधी किसी भी जानकारी के लिए अपने बैंक शाखा में संपर्क करें फोन कॉल के द्वारा दी गई इनामी या लाटरी के झांसे में बिल्कुल ना आए आप सब युवा ही इस जागरूकता अभियान को आगे बढ़ा सकते हैं और लोगों को जागरूक कर साइबर अपराध से बचा सकते हैं। महिला विकास प्रकोष्ठ की डॉ पुष्पा मिंज ने उपस्थित सभी अतिथियों का छात्र छात्राओं का कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किए इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं महाविद्यालय के अधिकारी व कर्मचारी का उपस्थित थे
