पंडरिया-बालक अन्तर्गत शाउ मा वि कोड़ापुरी में बुधवार को”संविधान हत्या दिवस” के अवसर पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को भारतीय संविधान के महत्व, उसके मूल सिद्धांतों तथा वर्तमान सामाजिक-राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में उसकी प्रासंगिकता के प्रति जागरूक करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत संविधान की प्रस्तावना के सामूहिक पठन से हुई। इसके पश्चात विद्यार्थियों और शिक्षकों की जागरूकता रैली,भाषण, कविता पाठ तथा विचार-विमर्श के माध्यम से संविधान के मूल सिद्धांत न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुता पर चर्चा की गई। विद्यालय के वरिष्ठ व्याख्याता एम डी बर्मन ने अपने संबोधन में कहा “संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि एक आदर्श है, जो हमें एक सशक्त, समावेशी और न्यायपूर्ण समाज की दिशा में मार्गदर्शन करता है। विद्यार्थियों का यह कर्तव्य है कि वे संविधान के मूल्यों को जानें, समझें और अपने आचरण में उतारें।” इस अवसर पर दिनेश तिवारी, नीलू कश्यप और गुरुप्रीत सिंह की मार्गदर्शन में वाद विवाद,पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता और निबंध लेखन गतिविधि भी आयोजित की गई, जिसमें छात्रों ने संविधान की रक्षा और लोकतांत्रिक मूल्यों के संरक्षण को लेकर अपने विचार प्रस्तुत किए। विद्यालय परिवार इस बात को लेकर प्रतिबद्ध है कि संविधान के प्रति सम्मान और समझ विद्यार्थियों में बचपन से ही विकसित हो, ताकि वे एक जिम्मेदार नागरिक बन सकें।
