फोटो क्रेडिट – मोहन राजपूत ,पंडरिया
पण्डरिया।विगत कुछ दिनों से मौसम परिवर्तन के चलते क्षेत्र में धुंध से छाया हुआ है,धुंध के साथ ठंड का मौसम भी है।जिसके क्षेत्र में अबाबील(Barn swallow )पक्षी सुबह-सुबह बड़ी संख्या में विचरण करते दिख रहे हैं।ये पक्षी नगर के पास पाढ़ी मार्ग के इमारतों व बिशेषरा हाफ नदी पुल के नीचे हजारों की संख्या में घोसला बनाये हुए हैं।


विगत कई वर्षों से ये पक्षी यहां रह रहे हैं।ये इस मौसम में ये पक्षी हजारों की संख्या में बिजली तार में बैठे नजर आते हैं।इनका आकार छोटा होता है तथा वजन करीब 20 ग्राम होता है।ये पक्षी करीब 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से एक दिन में 250 किलोमीटर से अधिक दूरी तक उड़ सकते हैं।ये पक्षियां झुंड में ही रहते हैं।इनके पंख नुकीले होते हैं।इसकी 75 किस्में पाई जाती है।इसका जीवनकाल 3 से 4 वर्ष होता है। किट पतंगों,मक्खी,चींटी आदि इनका भोजन है।

इनका घोसला होता है आकर्षक

इस पक्षी का घोसला कलाकारी का एक नमूना होता है,जो अत्यंत ही आकर्षक होता है।जो कप के आकार का होता है तथा मुलायम मिट्टी से बनी होती है।सैकड़ों घोसले वक साथ होते हैं।ये पक्षी ऊंचे भवनों ,पुल के नीचे तथा पानी के किनारे अपना निवास बनाते हैं। अपना निवास बनाते हैं।हाफ नदी पर बिसेषरा पुल के निचले हिस्से में हजारों की संख्या में इनका घोसला बना हुआ है।
तीन से पांच अंडे देती हैं-ये पक्षियां एक बार में तीन से पांच अंडे देती हैं।अंडे का रंग सफेद- भूरा होता है ।अंडे को 10 से 15 दिन सेहना पड़ता है।