नुआपड़ा। मंगलवार को ओडिशा के नुआपड़ा जिले के कोमना रेंज अधीन आनेवाले बिजाखमन जंगल में भालू के हमले से
वन विभाग के एक कर्मचारी की मौत हो गई है। वहीं तीन कर्मचारी गंभीर रूप से घायल है जिनका इलाज जारी है। मृतक की पहचान संतोष टुंडी के रूप में हुई है।
ज्ञात हो कि रविवार को बिजाखमन जंगल में जंगली भालू के हमले से बिरुनपदर गांव निवासी घनश्याम पटेल(70) की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं उसका पुत्र चैतू पटेल(48) गंभीर रुप से जख्मी हो गया था। पिता-पुत्र दाबरीमुंडा तालाब में नहाने के लिए गए थे। तब भालू ने उन पर हमला कर दिया था। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 353 जाम भी कर दिया था। जानकारी अनुसार, घटना के बाद से जंगली भालू गांव के आसपास ही मंडरा रहा था। भालू के आतंक से भयभीत ग्रामीणों द्वारा भालू को काबू करने की मांग की जा रही थी। वन विभाग के कर्मचारी इलाके में निगरानी भी कर रहे थे।
बताया जा रहा है कि मंगलवार शाम चार बजे के आसपास जंगल में पेट्रोलिंग के दौरान वन विभाग की टीम पर भालू ने हमला कर दिया। भालू के हमले में फारेस्टर गोपाल महानंद, फारेस्ट गार्ड बंशीधर पाणी, सागर ठेला और संतोष टुंडी गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी को गहरी चोट आई। घायलों को पहले कोमना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें वहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान संतोष की मौत हो गई। तीन कर्मचारियों का इलाज किया जा रहा है। समाचार लिखे जाने तक दो कर्मचारियों को बाहर भेजने की तैयारी की जा रही थी।
