पंडरिया।विकासखंड पंडरिया में मौसमी के साथ-साथ अन्य आपदा प्रमुख बीमारियों से निपटा जा रहा है,इसके तहत ब्लाक के ऐसे सुदूर वनांचल क्षेत्र और बैगा बाहुल्य क्षेत्र जहां सामान्य संसाधनों से जा पाना अति मुश्किल है। वहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरे 2 महीने अर्थात गर्मी व बरसात के लिए ग्राम अनुसार सूक्ष्म कार्य योजना बनाकर शिविर में चिकित्सा कैंप लगाया गया। जहां लोगों का पंजीकरण किया गया।साथ ही उन्हें चिकित्सकीय जांच उपलब्ध कराया गया। इस कैंप में रोगियों की समस्याओं का मूल्यांकन किया गया तथा तुरंत आवश्यक उपचार किया गया।

सुदूर वनांचल क्षेत्रो मे स्वास्थ सुविधा मुहैया करने का उद्देश्य
विभाग अपनी सेवा को सुदूर गांव तक पहुंचाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य शिविर का आयोजन दूरस्थ गांव में सफलतापूर्वक किया।इस शिविर का एक उद्देश्य यह भी था कि ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों को अति सरलता से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सके।इसमें ग्राम के स्थानीय लोगों का भी मदद लिया गया एवं मितानिन दीदी का भी कार्य हेतू फॉलोअप का उद्देश्य दिया गया। जिनके सहयोग से चिकित्सकीय टीम गांव में उपस्थित रही एवं इस टीम ने निवासी लोगों को बीमारियों से बचने के साथ-साथ जांच और उपचार की सुविधा प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई।
सभी प्रकार के गैर और वाहक जनित रोग का किया गया रक्त परीक्षण-इस शिविर में दूरस्थ गांव में लोगों का विभिन्न परीक्षण जैसे मलेरिया ,बीपी,शुगर, हिमोग्लोबिन ,टी बी के जांच के किया गया। इन परीक्षण के साथ रुग्णलय जांच, मातृ एवम शिशु चिकित्सा सेवाएं एवम टीकाकरण आदि की सुविधा उपलब्ध कराया गया।
स्वास्थ शिक्षा पर दिया गया जोर-बीमारियों में उपचार लेना एक अलग बात है,परंतु बीमारियों को जान के उससे अपनी बचाव करना एक मुख्य बात है।इसी तर्ज पर स्वास्थ्य अमला ने ग्राम में शिविर लगाने के साथ-साथ फ्लेक्स के माध्यम से पैम्पलेट के माध्यम से एवं माइकिंग एवम नारा लेखन के माध्यम से स्वास्थ्य शिक्षा से लोगों को जागरूक किया एवं मौसमी मारी के साथ-साथ अन्य जटिल बीमारियों के बारे में बताया गया।इसमें साफ सफाई , शरीर की सफाई एवम घर के आस पास पानी न रुकने देना एवम अन्य महत्त्वपूर्ण जानकारी दिया गया।जिससे लोग बचाव भी कर सके एवम जागरूक होकर स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ ले सके।
आदिवासी क्षेत्र में जन जन का आयुष्मान कार्ड बनाया गया– दूरस्थ गांव में जहां लोग जाना पाते पाते एवं वहां के ऐसे लोग जो मुख्यधारा से अभी तक दूर है भी वहां स्वास्थ्य टीम जाकर भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत लोगों का इस शिविर के चलते आयुष्मान कार्ड बनाया गया एवं इसके साथ ही इससे मिलने वाले लाभ के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया।जिससे कोई भी गंभीर बीमारी आसानी से बिना पैसा लगाए मुफ्त में करा सकते है।
शिविर की गई प्रतिदिन की गई मॉनिटरिंग
इस 2 महीने तक लगे हुए शिविर में खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ स्वप्निल तिवारी एवं उनकी टीम द्वारा प्रतिदिन सतत निगरानी के साथ-साथ रिपोर्टिंग किया गया। जिससे मरीजों को तुरंत उपचार मिल पाया एवं गंभीर मरीजों को अस्पताल की सुविधा मिल पाई। इस शिविर में प्रथम शिविर में जो गर्मियों को देखते हुए लगाया गया था।उसमे 893 घर घर जाकर सर्वे किया गया।जिसमें 2320 लोगो का लाभ मिला तथा 856 लोगो का रक्त परिक्षण किया गया।, एवम द्वितीय चरण का शिविर जो मलेरिया माह जून और वर्षा ऋतु के पूर्व एवम मौसमी बीमारियो के लिए था। उसमे वन्नांचल के 1266 घरों में डोर टू डोर सर्वे किया गया।जिसमे 3065 ग्रामीण लोगो का लाभ मिला। 655 लोगो का रक्त परिक्षण किया गया,इन दोनो शिविरो में बीमार व्यक्ति एवम हित ग्राहियों का तुरंत उपचार किया गया एवम स्वास्थ सहायता प्रदान किया गया।
इन गांवों में शिविर आयोजित की गई– स्वास्थ्य विभाग द्वारा वनांचल के अनेक गांवों में शिविर आयोजित की गई,जहां जांच व दवा वितरण कर जागरूक करने का कार्य किया गया।प्रथम चरण 2 मई से 25 मई 2023 तक चला।जिसमें बिजराटोला,कान्हा खैरा, डफरापानी, डेंगुरजाम,बासा टोला, नागा डबरा, तीनगद्दा, गभोड़ा,बांगर,कोटना पानी, बसूला लूट, सेजाडीह, तेलिया पानी लेदरा, रवन मंझौली, चाटा,बिरुलडीह, ठेंगा टोला में किया गया।वहीं
दूसरा चरण 5 जून से 19 जून
ग्राम ग्राम चतरी, बिरहुलडीह,मंगली,मजगांव,गुढ़ा,सारपानी,बदौरा, कुल्ही डोंगरी, धुरसी,तेलियापानी लेदरा, मारा डबरा,जामुनपानी में सम्पन्न हुआ।