बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ : रसमड़ा की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता राधा निर्मलकर के प्रयास से अंजली करेगी अपनी पढ़ाई पूरी

अंडा। दुर्ग ग्रामीण विधान सभा क्षेत्र के ग्राम रसमड़ा निवासी अंजली यादव नामक बालिका उम्र 12 वर्ष रसमड़ा में आंगनवाड़ी क्रमांक 03 की कार्यकर्ता राधा निर्मलकर के पास गई और कहा कि मैडम मैं आगे पढ़ना चाहती हूं ,मेरा स्कूल में एडमिशन करवा दीजिए ।कार्यकर्ता ने पूरी जानकारी पूछी तो पता चला कि बालिका अपने माता-पिता के साथ “अंजोरा ख” में रहकर कक्षा छठवीं में पढ़ रही थी तभी जून 2023 में बालिका के पिता का देहांत हो गया और नवंबर 2023 में माता का भी देहांत हो गया ।

फिर बालिका रसमड़ा में बुजुर्ग दादी के पास आ गई और आगे की पढ़ाई रुक गई क्योंकि उसकी दादी बहुत बुजुर्ग थी और बालिका की सुरक्षा औऱ आर्थिक खर्च उठा पाने में अक्षम थी ।इस वजह से बालिका बहुत दुखी थी अजर उसका मन आगे पढ़ाई करने का हो रहा था, अंजली यादव की पढ़ने की इच्छा को देखते हुए कार्यकर्ता ने अपनी पर्यवेक्षक शशि रैदास को इस बारे में जानकारी दी एवं बालिका के लिए कुछ करने को कहा पर्यवेक्षक शशि रैदास ने समग्र शिक्षा कार्यालय में संपर्क किया तो वहां के ए पी सी विवेक शर्मा ने संजीवनी बालिका छात्रावास में भर्ती करने की सलाह दी जिसमें रहकर 12वीं तक की शिक्षा रहना खाना निःशुल्क व्यवस्था है ,पर्यवेक्षक और कार्यकर्ता ने फिर बालिका छात्रावास के कार्यालय में संपर्क किया और अंजली यादव को भर्ती करने की बात कही तो मालूम हुआ की बालिका का कोई भी दस्तावेज नही है आधार कार्ड में दर्ज मोबाइल नंबर भी नही है और ना ही माता-पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र है, कार्यकर्ता अपने मोबाइल नंबर से बालिका का आधार अपडेट करवाया ।

मृत्यु प्रमाण पत्र हेतु ग्राम पंचायत रसमड़ा में सरपंच व सचिव की मदद से बनवाया ।इस तरह आवश्यक दस्तावेज रेडी किया गया ,और संजीवनी बालिका छात्रावास में भर्ती कराया गया । बालिका के लिए दैनिक उपयोग की आवश्यक सामग्री तेल साबुन ब्रश मंजन कॉपी पेन आदि स्वयं के खर्चे से खरीद कर छात्रावास में भर्ती कराया। बालिका की पढ़ाई पुनः शुरू होने से बालिका बहुत खुश है औऱ खुशी खुशी पढ़ाई कर रही है , इसके पूर्व भी वर्ष भी पर्यवेक्षक और कार्यकर्ता ने मिलकर खुमान ठाकुर 9 वर्ष के बालक जो कि प्राइवेट में सिर्फ नर्सरी कक्षा तक ही पढ़ाई किया था फिर उसकी माता का निधन हो गयाऔर पिता के ध्यान नही देने से बालक की पढ़ाई छूट गई फिर बालक खुमान ठाकुर आंगनबाड़ी केंद्र आने लगा और कार्यकर्ता जो पढ़ाती थी उसे ध्यान से पड़ता था किंतु तब तक बालक की उम्र 9 वर्ष हो चुकी थी एक दिन पर्यवेक्षक आंगनबाड़ी केंद्र निरीक्षण के समय उस बालक को देखी और कार्यकर्ता से पूछी तो कार्यकर्ता ने पूरी जानकारी दी पर्यवेक्षक और कार्यकर्ता राधा निर्मलकर ने समग्र शिक्षा कार्यालय से संपर्क कर खुमान ठाकुर का रसमड़ा के शासकीय स्कूल में कक्षा तीसरी में एडमिशन कराया अभी बालक कक्षा पांच में पढ़ाई कर रहा है । इस प्रकार कार्यकर्ता की समझदारी से दो बच्चे अपनी छूटी हुई पढ़ाई पुनः शुरू कर सके।