
बालोद । दिनांक 09 दिसंबर को जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग की शाखा अरमरीकला में एटीएम मशीन लगाया जाना है जिसके लिए एटीएम भवन का भूमिपूजन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ साथ ही समिति अरमरीकला में किसान कुटीर भवन निर्माण का भूमिपूजन सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर शाखा अरमरीकला के प्रथम खातेदार गरीबीन बाई को शाल श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया। बैंक शाखा विगत 33 वर्षों से अरमरीकला में संचालित है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संगीता सिन्हा जी विधायक, संजारी बालोद, अध्यक्षता राजेन्द्र साहू जी अध्यक्ष, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्या. दुर्ग, विशिष्ट अतिथि बसंत सोनबेर उपाध्यक्ष, कृषि उपज मंडी बालोद, तामेश्वर साहू, अध्यक्ष, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी गुरुर, केदार देवांगन, सभापति, जिला पंचायत बालोद, टोमन साहू जोन अध्यक्ष, हरिशचंद साहू, सदस्य, जनपद पंचायत गुरुर, श्री ओमप्रकाश साहू, सेक्टर अध्यक्ष, निगरानी समिति सदस्य श्री दयाराम साहू, पंकज साहू, तीजू राम मंडावी, सरपंच, ग्राम पंचायत अरमरीकला, दिनेश कुमार साहू, प्राधिकृत अधिकारी, समिति अरमरीकला, बहुर सिंह धनकर, समिति मोहारा, रामरतन साहू, समिति मोखा, ताम्रध्वज चन्द्राकर, समिति रजोली उपस्थित थे।बालोद के सेवा सहकारी समिति अरमरीकला में किसान कुटीर भवन निर्माण कार्य का भूमिपूजन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संगीता सिन्हा ने कहा कि छत्तीसगढ़ के कांग्रेस सरकार नेकिसानों की सुविधा को देखते हुए इस बार 01 नवंबर से धान खरीदी कार्य प्रारंभ किया है, जिससे किसानोको लाभ मिला है। छ.ग. शासन किसानों राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से समय-समय परचार किश्तो में धान के अंतर राशि का भुगतान कर रही है, जो कि किसानों के लिए खेती-किसानी एवं त्यौहारों में उपयोगी साबित हो रहा है।इस अवसर पर राजेन्द्र साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ शासन अपने घोषणा पत्र अनुसार 2500 रु. में धान खरीदी कर ही है जो कि पूरे देश में कही भी नहीं है। गोधन न्याययोजना के गौठान के माध्यम से 2रु. किलो गोबर खरीदी करने से स्वयं सहायता समूह एवं ग्रामीणों को रोजगार मिला एवं उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुयी है। स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले जाने से ग्रामीणों के बच्चों को उच्च स्तरीय शिक्षा एवं अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में पढ़ने का अवसर प्राप्त हुआ है। शासन ने बिजली बिल आधा करने के अपने घोषणा को भी पूर्ण किया. भूमिहीन मजदूरों को न्याययोजना के माध्यम से 7000 रु. सालाना आर्थिक सहायता दी जा ही है, आने वाले समय में धान का समर्थन मूल्य में और भी वृद्धि किया जावेगा। उन्होंने किसानों को गीठानों में पैरादान करने का अपील किया।