पटना में राष्ट्रीय कार्यशाला में शामिल हुए भोथली सरपंच सुरेश,पटना में गूंजा छत्तीसगढ़िया सबसे बढ़िया

दुर्ग। गर्व की बात है कि पूरे दुर्ग जिले के इकलौते ग्राम पंचायत भोथली के दिव्यांग युवा सरपंच सुरेश साहू लगातार दूसरी बार सरपंच की कुर्सी बखूबी संभाल रहे हैं वहीं शारीरिक दिव्यांगता के बावजूद अपने बैसाखी से ज्यादा अपने हौसलों के पंख से उड़ान भरकर अपने मेहनत से दिन-रात कर गांव की तस्वीर व तकदीर बदलने का संकल्प लेकर मोर गांव सूघघर गांव की तर्ज पर बनाने दिन-रात खून पसीना बहा रहे हैं गौर हो कि गांव में पक्की सड़क ,शिक्षा स्वास्थ्य ,को लेकर बड़े ही गंभीर रहते हैं।

वहीं अपनी नई सोच से गांव के शासकीय प्राथमिक शाला भोथली की तकदीर व तस्वीर बदल दी वही आंगनवाड़ी स्कूल में स्मार्ट टीवी ,सीसी कैमरे सहित प्रोजेक्टर से बच्चे गांव के किसान मजदूर के बच्चे डिजिटल सिस्टम से पढ़ाई कर रहे हैं जो की सराहनीय साबित हो रही है वहीं ग्रामीणों के साथ कदम से कदम मिलाकर हमर गांव सुघर गांव की थीम पर कार्य कर रहे हैं गांव में शुद्ध पेयजलनल जल योजना प्रधानमंत्री आवास योजना सीसी रोड गलियों में स्ट्रीट लाइट स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शौचालय का लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है।


गौर हो कि भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय पंचायती राज कार्यशाला बिहार राज्य के पटना में ज्ञान भवन में 10 सितंबर से 3 दिवशीय कार्यशाला का आयोजन हुआ जिसमें छत्तीसगढ़ के सिर्फ पंच सरपंच अलग-अलग जिलों से चयन हुआ जिसमें दुर्ग जिले के ग्राम पंचायत के भोथली के सरपंच सुरेश साहू को भी पूरे सुरेश साहू को भी पूरे राज्यों से मुझे सरपंचों के साथ प्रशिक्षण मिला वहीं सुरेश साहू ने कहा की पंचायती राज भारत सरकार के निशान पर भारत के सतत पंचायत के सतत विकास के लक्षण को स्थाईकरण करने साथ थीम प्रोजेक्ट को चुना गया है।

वही सुरेश साहू ने कहा कि यहां बहुत कुछ सीखने को मिला अपने गांव की तस्वीर तस्वीर बदलने का संकल्प लेकर जाऊंगा गौर हो इस गांव की बेटी को कुमोदनी साहू को भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया है वही बेटी के शिक्षा को लेकर सरपंच जागरूक कर रहें हैं वहीं पटना में सरपंच के कार्यों की भी सहारा हुई वहीं छत्तीसगढइया सबले बढ़िया से छत्तीसगढ़ का मान बढ़ा है।