बोरे बासी तिहार : मुख्यमंत्री के पुत्र चैतन्य बघेल ने बोरे बासी खाकर श्रमिकों के परिश्रम का किया सम्मान…सोशल मीडिया में पोस्ट किया संदेश

भिलाई।आज पूरे देश मे अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस मनाया जा रहा है. वहीं छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)  को बोरे बासी (Bore Basi Diwas) तिहार के तौर पर मनाया जा रहा है. बोरे बासी खाने से कई रोग भी दूर होते हैं. यही नहीं डॉक्टर भी लोगों को बोरे बासी खाने की सलाह देते हैं.

मुख्यमंत्री के सुपुत्र चैतन्य बघेल ने आज बोरे बासी खाकर श्रमिकों के परिश्रम का सम्मान किया। उन्होंने सोशल मीडिया में पोस्ट करते हुए लिखा कि..बचपन से लेकर आज तक माँ मुझे गर्मी के दिनों में बोरे-बासी देती है। तो फिर वो बचपन का दिन याद आ जाता है जब पापा और मैं खेत से आते थे और प्याज, आम के अचार, चेच भाजी के संग माँ हमें बोरे-बासी देती थी। फिर सब बैठकर खाया करते थे।तब से लेकर आज तक माँ के हाथों से मुझे गर्मी के दिनों में बोरे-बासी मिलता है। आज श्रमिक दिवस है और श्रमिकों के कठिन मेहनत को सम्मान देने का दिवस है। श्रमिकों और बोरे-बासी का संबंध काफी गहरा है।