दृष्टिबाधितों को मिली नई राह, अब पढ़ सकेंगे शासन की योजनाएं ,ब्रेल पुस्तक ‘आपदा से सबक‘ का किया  वितरण


‘आपदा से सबक’ पुस्तक ब्रेल लिपि में तैयार की गई है, जिसका उद्देश्य दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों को शासन की योजनाओं तथा आपदा के समय बचाव व सुरक्षा के उपायों की जानकारी देना है। यह पुस्तक प्रदेश के 20 दृष्टिबाधित स्कूलों में वितरित की जाएगी। दृष्टिबाधित अब शासन की योजनाओं और आपदा प्रबंधन की जानकारी स्वयं पढ़कर प्राप्त कर सकेंगे। धमतरी जिले के पाँच दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों को ‘आपदा से सबक’ नामक ब्रेल लिपि में प्रकाशित पुस्तक प्रदान का वितरण किया गया। 
    दृष्टिबाधित प्रतिभागियों से आत्मीय संवाद कर उनके कार्यों एवं रुचियों की जानकारी धमतरी कलेक्टर ने ली। कचांदूर स्थित दिव्यांग प्रशिक्षण केंद्र में कार्यरत श्री अरविंद शर्मा ने बताया कि वे दृष्टिबाधितों के लिए सहायक उपकरण (असिस्टेंट डिवाइसेस) तैयार करते हैं और मोबाईल के माध्यम से अध्ययन सामग्री भी उपलब्ध कराते हैं। उनके नवाचार और समर्पण की कलेक्टर ने प्रशंसा की। वहीं श्री ओमन लाल सिन्हा ने बताया कि वे समाज कल्याण विभाग में कार्यरत हैं और संगीत व वादन में विशेष रुचि रखते हैं। एक्जेक्ट फाउंडेशन की रेवती साहू भी ब्रेल शिक्षिका हैं। उन्होंने बच्चों को ब्रेल लिपि सिखाने और उनकी मदद करने के अपने अनुभव कलेक्टर के साथ साझा किए। पूजा मरकाम और महेश्वर यादव वर्तमान में दृष्टिबाधित विद्यार्थी हैं और उच्च शिक्षा प्राप्त करने की अभिलाषा रखते हैं।
    धमतरी कलेक्टर अविनाश मिश्रा ने सभी दिव्यांगजनों के लगन की सराहना की और उन्हें स्टार्टअप तथा रोजगारपरक प्रशिक्षण से जोड़ने की पहल का भरोसा दिलाया। उन्होंने जिले में दिव्यांगजनों की समग्र जानकारी एकत्रित कर उन्हें आवश्यकतानुसार सहायक उपकरण और अन्य संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को दिए।