उल्लेखनीय है कि कलेक्टर ने जिले में सुगंधित चावल का उत्पादन करने वाले किसानों से भी संपर्क करने कृषि विभाग को निर्देशित किया है जो जैविक खाद का उपयोग कर सुगंधित चावल का उत्पादन कर रहे हैं। साथ ही जैविक खाद से बने फलों का विक्रय भी इसी सीमार्ट में हो सकेगा। कलेक्टर ने इस संबंध में निगम के अधिकारियों से चर्चा भी की। उन्होंने कहा कि शहरों में लोगों को जैविक उत्पादों की तलाश रहती है लेकिन मार्केट में एक जगह जैविक उत्पाद नहीं मिलने की वजह से उन्हें परेशानी होती है। इसके साथ ही इस बात का चिन्हांकन करना भी कठिन होता है कि कौन-सा जैविक उत्पाद है और कौन सा जैविक उत्पाद नहीं है। हमारी स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा उत्पादित सामग्रियों को एक जगह उपलब्ध कराने से इसकी विश्वसनीयता भी रहेगी और समूह की महिलाओं की भी अच्छी आय होगी।
कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री महोदय की मंशानुरूप इस तरह से जैविक पदार्थों के विक्रय के लिए बाजार उपलब्ध कराने से समूहों का प्रॉफिट मार्जिन काफी बढ़ेगा और इससे अन्य समूह भी जैविक खेती की ओर और फलों तथा सब्जियों के उत्पादन की ओर आकर्षित होंगे।