कृषि महाविद्यालय मर्रा के छात्रों को दिया, कैरियर गाइडेंस….डीन डॉ अजय वर्मा ने कहा…..रोजगार तलाश करने के बजाय रोजगार का जरिया बने

पाटन।संत विनोबा भावे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र मर्रा (पाटन) में आज मंगलवार को इन्दिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि प्रबंधन विभाग से आए डॉ. हुलास पाठक ने छात्र-छात्राओं को कृषि से संबंधित रोजगार के बारे में जानकारी देते हुए कृषि के क्षेत्र में व्यवसाय की संभावनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।


डॉ. पाठक ने बताया कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर से प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में छात्र छात्राएं कृषि की उपाधि लेकर रोजगार की तलाश में रहते हैं, लेकिन आज के समय में सभी छात्र को रोजगार उपलब्ध हो पाना संभव नहीं है।

इसलिए ध्यान देने वाली बात यह है कि हर छात्र को कृषि से संबंधित नवाचार तलाश कर उस दिशा में सफलता स्थापित करने की ओर ध्यान देना चाहिए, ताकि हम 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को पूरी तरह से हासिल कर पाएं।
आगे डॉ. पाठक ने कहा कि इस तेजी से बदलती तकनीकी दुनिया में आने वाली पीढ़ी को रोजगार मांगने से बेहतर है, रोजगार देने वाले व्यक्ति बनकर, रोजगार के अवसर पैदा करें।

इस दौरान कृषि महाविद्यालय मर्रा के अधिष्ठाता डॉ.अजय वर्मा ने छात्रों को स्वरोजगार के प्रति जागरूक करने की महत्ता को बताया। कहा की रोजगार तलाश करने बजाय, रोजगार के जरिया बने! साथ ही छात्र-छात्राओं को कॅरियर गाइडेन्स देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
यह कार्यक्रम डॉ. सुशीला, डॉ. झरना चतुर्वेदानी तथा डॉ. प्रशांत बिझेकर की उपस्थिति में समपन्न हुआ।