दुर्ग ग्रामीण अंचल में धूमधाम से मनाया आंवला के पेड की पूजा-पाठ करने के बाद किया भोजन

संजय साहू/

अंडा। कार्तिक मास की अक्षय नवमीं पर आंवले के पेड़ की परिक्रमा कर पूजा पाठ की गई। बताया जाता है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा का क्षय होगा, इसके साथ ही सुख समृद्धि बनी रहेगी। इस बार प्रबोधिनी एकादशी का विशिष्ट योग बन रहा है। इस दिन तुलसी विवाह के साथ शादियां शुरू हो जाएंगी। इस दिन से विवाह सहित अन्य शुभ मुहूर्त शुरू हो जाएंगे। जिससे मांगलिक कार्य नहीं हो रहे थे। अब जल्द ही मांगलिक कार्यों की शुरुआत होगी। आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर करे भोजन अक्षय नवमीं पर पूजा पाठ सुबह से ही शुरू हो गयें थे। अक्षय नवमीं पर किए गए पूजा से धर्म, कर्म, पुण्य कभी नष्ट नहीं होते और स्वर्ग लोक की प्राप्ति होती है। इस दिन आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर भोजन करना अति शुभ माना गया है। महिलाओं ने आंवले के पेड़ की पूजन कर भगवान विष्णु से अक्षय प्राप्त कर अपने परिवार की सुख की कामना कर आंवले के पेड़ के परिक्रमा की गई। महिलाओं का मानना है कि आंवला के पेड़ की परिक्रमा से नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है। दुर्ग ग्रामीण अंचल ग्राम अंडा,चिंगरी, कुथरेल, विनायकपुर ,निकुम,जंजगिरी, चंदखुरी, मटिया, ओडारसकरी ,ओटेबंद,सिरसिदा,परसदा,डंगनिया, नाहंदा,गुरेदा,सलौनी,देवरी ख,खप्परवाड़ा,आमटी,तिरगा,झोला,अंजोरा,थनौद,रसमडा,गनियारी,बोरई, नगपुरा सहित दुर्गग्रामीण अन्य गांव में हर्षोल्लास के साथ मनाया आंवला पेड का पूजा-पाठ किया गया। ग्राम पंचायत निकुम पुरानी बस्ती निवासी हेमलता धनकर , दामिनी धनकर,कुलेश्वरी साहू,जाम बाई धनकर,प्रेमचन्द,दशोदा,छाया,मोना,शालु, पूजा,सुनिता सहित अन्य ग्रामीण जन उपस्थित थे।