रामनगरी में उत्सव : नव्य भव्य मंदिर में आज जन्मेंगे रामलला, होगा सूर्य तिलक

राम नवमीं विशेष

आज देशभर में राम नवमी मनाई जा रही है। इस बार राम नवमी का पर्व बहुत ही विशेष रहने वाला होगा। 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद प्रभु श्रीराम के जन्म स्थान अयोध्या में बने भव्य मंदिर में राम नवमी मनाई जाएगी। यहां पर सूर्यवंशी भगवान श्रीराम के माथे पर स्वयं सूर्यदेव तिलक करेंगे। भगवान रामलला के ललाट पर सूर्य किरण 12 बजकर 16 मिनट पर करीब पांच मिनट तक पड़ेगी, इसके लिए महत्वपूर्ण तकनीकी व्यवस्था की गई है।

भक्तों को 19 घंटे दर्शन देंगे रामलाल
रामनवमी के दिन रामलाल भक्तों को 19 घंटे दर्शन देंगे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने केवल राम जन्मोत्सव के दिन यानी 17 अप्रैल को ही दर्शन की अवधि बढ़ाने का निर्णय लिया है। राम जन्मोत्सव के दिन सुबह 3:30 बजे से ही भक्त दर्शन के लिए लाइन में लग सकेंगे। रात 11 बजे तक श्रृंगार, राग-भोग व दर्शन साथ-साथ चलते रहेंगे।

श्रद्धालुओं के लिए हनुमानगढ़ी में रामनवमी के दिन स्पेशल व्यवस्थाएं होगी। रामनवमी 17 अप्रैल को हनुमान जी का दर्शन पूजन और आरती का दौर रात 2:30 बजे से ही शुरू हो जाएगा। सुबह 3:30 पर दर्शनार्थियों का प्रवेश शुरू हो जाएगा। इसके बाद दोपहर 11:45 से 12:20 तक भगवान राम के जन्म आरती के लिए हनुमानगढ़ी का कपाट बंद रहेगा। रामनवमी को दोपहर की आरती 3:00 से 3:20 तक होगी। इसके बाद रात 10:00 बजे 10:30 बजे तक संध्या आरती होगी संध्या आरती में भी प्रवेश बंद रहेगा। आमजन के लिए रात 11:30 बजे हनुमान लला का बंद पट हो जाएगा।

हेलीकॉप्टर से होगी फूलों की बरसात
रामनवमी पर अयोध्या में बुधवार को हेलीकॉप्टर से फूलों की बरसात की जाएगी। राम की पैड़ी, रामकोट, सरयू तट, धर्मपथ, रामपथ समेत रामजन्मभूमि परिसर में फूलों की बरसात कर रामलला का जन्मदिवस मनाया जाएगा।