मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण : नवाचार करने वाले दुर्ग जिले के 12 शिक्षक होंगे सम्मानित…तीन को ज्ञानदीप और नौ को मिलेगा शिक्षा दूत सम्मान

दुर्ग।मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण योजना शिक्षक पुरस्कार के लिए जिला स्तर पर 12 शिक्षकों का चयन किया गया है। इनमें से तीन शिक्षकों को ज्ञानदीप और नौ शिक्षकों को शिक्षा दूत सम्मान दिया जाएगा। चयनित होने वाले शिक्षकों ने नवाचार के माध्यम से शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ ही शाला को गुणवत्तायुक्त बनाने की दिशा में भी निरंतर प्रयास किया। 11 सितंबर को खालसा स्कूल, दुर्ग में आयोजित कार्यक्रम में इन शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण योजना के तहत शिक्षा दूत पुरस्कार के लिए जिले के नौ शिक्षकों का चयन किया गया है। इन शिक्षकों ने भी पढ़ाई के अलावा अन्य गतिविधियों को भी बढ़ावा देने की दिशा में बेहतर काम किया है। उक्त पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षकों में संतोषी कश्यप सहा. शिक्षक एलबी प्राथ. शाला खोपली, राखी देवांगन प्रधानपाठक प्रा. शाला हरिनगर दुर्ग, रेख राम कोठारी प्रधानपाठक प्रा. शाला मातरोडीह, कविता देवांगन सहा. शिक्षक प्रा.शाला चुनकट्टा, धर्मेंद्र कुमार टंडन, सहा. शि. एलबी प्रा. शाला बटरेल,साखीराम साहू सहा.शि. एलबी प्रा. शाला अमेरी, चंद्रकांत साहू सहा. शिक्षक प्रा. शाला टेमरी, सूर्यकांत हरदेल, सहा. शिक्षक प्रा. शाला पेण्ड्रीतराई, अनिका चक्रवर्ती सहा. शिक्षक प्रा. शाला हसदा शामिल है।

ज्ञानदीप पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षक

श्रीमती पूर्णिमा साहू

शा, पूर्व माध्य शाला मचादूर की प्रधानपाठिका पूर्णिमा साहू ने नवाचार के तहत खेल-खेल में विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया। शाला के प्रत्येक छात्रों को स्वच्छता के संबंध में प्रेरित करने के साथ ही कमजोर बच्चों को अतिरिक्त समय देकर पढ़ाया।

श्रीमती उर्मिला वर्मा

शा. पूर्व माध्य. शाला मुरमुंदा में पदस्थ शिक्षक एलबी उर्मिला वर्मा ने बच्चों में छिपी प्रतिभा को बाहर निकालने निरंतर प्रेरित किया। बच्चों की समस्याओं को सुलझाने के लिए अनेक गतिविधियों और नवाचार को विकसित करने की दिशा में प्रयास किया।

सुशील ठाकुर

तिलक शाला दुर्ग में पदस्थ शिक्षक सुशील ठाकुर ने खेल से बच्चों को पढ़ाई के प्रति जागरूक किया। लेखन, पठन और गणितीय कौशल को बच्चों में विकसित करने की दिशा में भी नवाचार किया।