आशीष दास
कोंडागांव । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरसगांव में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) में गंभीर कुपोषित बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए सुपोषित भोजन, पौष्टिक आहार एवं बच्चों की माताओं को सुपोषण से संबंधित जरूरी प्रशिक्षण भी दिया जा रहा हैं। एनआरसी में दिये जा रहे पौष्टिक आहार एवं चिकित्सकीय उपचार के कारण गंभीर कुपोषित बच्चे तेजी से स्वस्थ होकर लौट रहे हैं।गौरतलब है कि जिले में गंभीर कुपोषित बच्चों का मितानिन और आंगनबाड़ी कार्यकार्त के सहयोग से चिन्हांकन कर इन बच्चों का नजदीकी एनआरसी में रखकर देखभाल किया जा रहा हैं।


बेहतर देखभाल और दिए जा रहे पौष्टिक आहार के कारण कुपोषित बच्चे एनआरसी में भर्ती होकर कुपोषण से मुक्त हो रहे हैं। एनआरसी में बच्चों की वर्तमान कुपोषण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए पोषण और स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। एनआरसी में बच्चों की माताओं को बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए खानपान और देखभाल से संबंधित प्रशिक्षण भी दी जाती हैं।इस विषय पर बीएमओ ज्योतिर्मय प्रभावती बताती है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरसगांव में संचालित एनआरसी में बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने देख रेख के साथ पोषण आहार भी दिया जा रहा हैं। कुपोषित बच्चों को एनआरसी में रखकर विशेष पोषण आधारित चिकित्सकीय उपचार के साथ साथ बेहतरीन खानपान पर भी ध्यान दिया जाता हैं। एनआरसी से डिस्चार्ज के उपरांत बच्चों का पुनः स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाता है साथ ही पालकों को फोन के माध्यम से सम्पर्क कर समय समय पर फीडबैक भी लिया जाता है। एनआरसी में बच्चों के मनोरंजन के लिए खेल-कूद के भी साधन उपलब्ध हैं। पोषण पुनर्वास केंद्रों में कमरे की दीवारों में आकर्षक कार्टून चित्रकारी होने से बच्चे खुशनुमा माहौल में कुपोषण को मात दे रहे हैं।
