शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सोमनापुर के बच्चो ने किया शैक्षणिक भ्रमण


पंडरिया । विकासखंड अंतर्गत मैकल पर्वत की तलहटी में संचालित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सोमनापुर नया के छात्र-छात्राओं को शासकीय प्राथमिक शाला पीथमपुर लोरमी चैतुरगढ़ खुंटाघाट बांध व महामाया मंदिर रतनपुर का शैक्षणिक भ्रमण कराया भ्रमण के दौरान बच्चों को सबसे पहले शासकीय प्राथमिक शाला पीथमपुर लोरमी का दर्शन कराया जो की एक उत्कृष्ट स्कूल के रूप में पूरे राज्य में अपना पहचान बन चुका है

वहां के स्कूल प्रबंधन शैक्षिक गतिविधि आकर्षक बागवानी, मूर्तिकला की अनुपम रचना, एक से बढ़कर एक औषधि युक्त पेड़ पौधों के साथ-साथ भौतिक संसाधनों की रखरखाव शिक्षा के क्षेत्र में नित नवाचार का अलख जगा रहे राज्यपाल अवॉर्डी शिक्षक  रामनाथ कुलमित्र जिनका पूरा जीवन स्कूल को संवारने सजाने के साथ उत्कृष्ट शिक्षा का प्रचार कर बच्चो को लाभ देने हेतु संकल्पित है स्वल्पाहार के भी व्यवस्था कुलमित्र के द्वारा सभी बच्चे एवं शिक्षक के लिए कराया गया।भ्रमण की अगली कड़ी में छत्तीसगढ़ की कश्मीर के नाम से प्रसिद्ध चैतुरगढ़ जो कि दुर्गम पहाड़ी मार्ग से होते हुए पहुंचे वहां की प्राकृतिक छटा गुफा धरातलीय संरचना को देखकर बच्चे काफी आनंदित एवं मंत्र मुग्ध हुए पहाड़ी उपर स्थित मां महिषासुर मर्दिनी की पुरानी मंदिर,

किला पहाड़ के ऊपर तालाब एवं शंकर गुफा को देखकर बच्चे काफी अचरज हुए फिर दोपहर को जलपान करके भ्रमण की अगली कड़ी में खारंग नदी पर बने विशाल खुटाघाट बांध देखने वहां से निकल पड़े बच्चे बांध के निर्माण वर्ष ऊंचाई जल भराव निकासी के लिए निर्मित नहर निर्माण प्रक्रिया को गंभीरता से देखें भ्रमण की अंतिम कड़ी में रतनपुर में स्थित मां महामाया मंदिर का दर्शन लाभ लिए जहां उन्होंने 12वीं एवं 13वीं शताब्दी में बने मंदिर के बारे में जाने कि इसे रतनपुर के कलचुरी शासन काल में बनाया गया था यह 51 शक्ति पीठ में से एक है

बच्चे शैक्षणिक भ्रमण के दौरान काफी उत्साहित नजर आए शिक्षक महेश जायसवाल ने शैक्षिक भ्रमण के महत्व के संबंध में बताया कि यहां के बच्चों को हर वर्ष शैक्षिक भ्रमण पर ले जाया जाता है जहां बच्चे खुले वातावरण में शिक्षा को अपनी व्यक्तिगत अनुभव से जोड़ सके। प्रकृति हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है जिसमें हमारे जीवन और संतुलन का रहस्य है यह हमारे जीवन के लिए बहुत ही जरूरी है इस भ्रमण के दौरान प्रधानपाठक भगत राम बांधकर पवन कुमार चांदसे, शिक्षक कार्तिक राम खूंटे, प्रताप सिंह राठौर सहित समस्त छात्र छात्राएं मौजूद रहे।