माइलस्टोन के नन्हे मुन्नों ने बाल दिवस को खूब किया enjoy, टैलेंट दिखाने में भी नहीं रहे पीछे


भिलाई।माइलस्टोन एकेडमी में चिल्ड्रंस डे यानी हम सबके प्यारे चाचा नेहरू का बर्थडे का बाल दिवस के रूप में बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। अलग-अलग गेम्स और मजेदार प्रतियोगिताओं के जरिए न सिर्फ उनका मनोरंजन हुआ बल्कि इसी बहाने अपने अंदर छिपी प्रतिभा को भी सामने लाया।
माइलस्टोन अकादमी की डायरेक्टर डॉ . ममता शुक्ला मैडम के मार्गदर्शन में एक से बढ़कर एक प्रोग्राम हुआ जिसमें PG- I, PG- II, LKG और UKG के लिए अलग-अलग गेम्स और प्रोग्राम्स शामिल थे। अलग- अलग बताएं तो जहां PG- II के बच्चों के लिए ग्लास पिरामिड, बकेट बॉल ट्रांसफर, ब्लो द टिट-बिट्स, LKG के लिए थ्रो द रिंग, फ्रीज, इन एंड आउट और UKG के लिए फीड द जोकर, कॉपी द पिरामिड और फीड द मॉन्सटर जैसे खेल शामिल थे। बच्चों की खुशी देखते ही बन रही थी और वे इन खेलों को छोड़ने के लिए भी तैयार नहीं हो रहे थे।

माइलस्टोन के नन्हे मुन्नों ने बाल दिवस को खूब किया enjoy, टैलेंट दिखाने में भी नहीं रहे पीछेमाइलस्टोन एकेडमी में चिल्ड्रंस डे यानी हम सबके प्यारे चाचा नेहरू का बर्थडे का बाल दिवस के रूप में बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। अलग-अलग गेम्स और मजेदार प्रतियोगिताओं के जरिए न सिर्फ उनका मनोरंजन हुआ बल्कि इसी बहाने अपने अंदर छिपी प्रतिभा को भी सामने लाया। माइलस्टोन अकादमी की डायरेक्टर डॉ . ममता शुक्ला मैडम के मार्गदर्शन में एक से बढ़कर एक प्रोग्राम हुआ जिसमें PG- I, PG- II, LKG और UKG के लिए अलग-अलग गेम्स और प्रोग्राम्स शामिल थे। अलग- अलग बताएं तो जहां PG- II के बच्चों के लिए ग्लास पिरामिड, बकेट बॉल ट्रांसफर, ब्लो द टिट-बिट्स, LKG के लिए थ्रो द रिंग, फ्रीज, इन एंड आउट और UKG के लिए फीड द जोकर, कॉपी द पिरामिड और फीड द मॉन्सटर जैसे खेल शामिल थे। बच्चों की खुशी देखते ही बन रही थी और वे इन खेलों को छोड़ने के लिए भी तैयार नहीं हो रहे थे। सबके लिए ये रहे खासअलग- अलग क्लास के ग्रुप्स में खेलों के अलावा सभी बच्चों के लिए भी स्पेशल प्रोग्राम रखे गए थे जिसका सभी ने जमकर आनंद उठाया। इसके तहत सर्वप्रथम बच्चों ने अपनी आर्ट का प्रदर्शन करते हुए कुछ-कुछ बनाया और उसमें रंग भरा। इसी कड़ी में पपेट शो हुआ जो बच्चों को बहुत अच्छा लगा। बच्चों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। सभी ने इसे बहुत इंजाय किया। वहीं बच्चों ने सभी काउंटर पर जाकर तरह-तरह के गेम खेलकर भरपूर मनोरंजन किया। बच्चे झूले में बैठे, ट्रेन में बैठकर भी घूमे। पेरेन्ट्स भी इस तरह के प्रोग्राम को देखकर बहुत खुश थे। ये बाल मेला बहुत ही आकर्षक था। बच्चों को गेम्स खेलने के लिए पैसे का महत्व भी समझ में आया। हालांकि पैसे नकली थे लेकिन बच्चों के ज्ञान के लिए ये बहुत ही अच्छा तरीका था। बच्चों ने अपने चाचा नेहरू के लिए स्टेज पर जाकर कविताएं सुनाई, किसी ने फिल्‍मी डॉयलाग भी बोले, अभिनय भी किया। मैडम की व्यवस्था में फूड स्टाल भी थे। जब बच्चे खेलकूद कर डांस करके थक गए, फिर सभी ने अपना ध्यान खाने की ओर लगाया जहां उनके पसंद की वो सभी चीज़ें थी जो उनको अच्छी लगती हैं। इस तरह से पूरे माइलस्टोन परिवार ने बच्चों ने और उनके अभिभावकों ने पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिवस को पूरे मनोरंजन के साथ मनाया।

सबके लिए ये रहे खास
अलग- अलग क्लास के ग्रुप्स में खेलों के अलावा सभी बच्चों के लिए भी स्पेशल प्रोग्राम रखे गए थे जिसका सभी ने जमकर आनंद उठाया। इसके तहत सर्वप्रथम बच्चों ने अपनी आर्ट का प्रदर्शन करते हुए कुछ-कुछ बनाया और उसमें रंग भरा। इसी कड़ी में पपेट शो हुआ जो बच्चों को बहुत अच्छा लगा। बच्चों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। सभी ने इसे बहुत इंजाय किया। वहीं बच्चों ने सभी काउंटर पर जाकर तरह-तरह के गेम खेलकर भरपूर मनोरंजन किया। बच्चे झूले में बैठे, ट्रेन में बैठकर भी घूमे। पेरेन्ट्स भी इस तरह के प्रोग्राम को देखकर बहुत खुश थे। ये बाल मेला बहुत ही आकर्षक था। बच्चों को गेम्स खेलने के लिए पैसे का महत्व भी समझ में आया। हालांकि पैसे नकली थे लेकिन बच्चों के ज्ञान के लिए ये बहुत ही अच्छा तरीका था। बच्चों ने अपने चाचा नेहरू के लिए स्टेज पर जाकर कविताएं सुनाई, किसी ने फिल्‍मी डॉयलाग भी बोले, अभिनय भी किया। मैडम की व्यवस्था में फूड स्टाल भी थे। जब बच्चे खेलकूद कर डांस करके थक गए, फिर सभी ने अपना ध्यान खाने की ओर लगाया जहां उनके पसंद की वो सभी चीज़ें थी जो उनको अच्छी लगती हैं। इस तरह से पूरे माइलस्टोन परिवार ने बच्चों ने और उनके अभिभावकों ने पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिवस को पूरे मनोरंजन के साथ मनाया।