पंडरिया-नगर के नालियों का बरसात पूर्व सोमवार को सफाई कार्य प्रारम्भ किया गया।जिससे बरसात के दौरान नगरवासियों को परेशानी न हो।नगर की प्रायः सभी नालियां कचरे व मिट्टियों-पत्थरो से भरे रहते हैं।नगर के वार्ड क्रमांक 2,3,9,10,11,12,13 में बरसात के दौरान ज्यादा समस्या आती है।नाली का पानी सड़क पर भरे रहता है।घंटो तक जाम रहता है।समरूपारा,किल्लापारा,बैरागपारा, धुलियापारा,नया बाजार मोहल्ला,केवटपारा,सहित अनेक मोहल्ले ऐसे हैं,जहां पानी घरों में घुस जाता है।साथ ही कुछ नालियां बंद पड़ी है ,जिसे भी खुदाई कर निकासी बनाने की जरूरत है।
व्यवस्थित नहीं नालियां-नगर की एक भी नालियां व्यवस्थित नहीं है।प्रायः सभी नालियों में पानी जमा रहता है।नालियों में प्रॉपर ढलान व बहाव नहीं होने तथा कम गहरा होने के कारण नालियां जाम हो जाती है तथा पानी नहीं बहती है।बल्कि सड़क पर फैल जाती है।
चौपाटी के पास दोनों तरफ से नाली अलग-चौपाटी के पास की नाली को करीब 150 मीटर है।वह दोनों तरफ से मुख्य नालियों से नहीं जुड़ा है।इसी 150 मीटर की जगह पर पूरे वर्ष भर पानी भरा रहता है।जिसकी बदबू से लोग परेशान रहते हैं।नगर पंचायत को इस नाली को गांधी चौक की तरफ नाली में मिला देना चाहिए जिससे यहां पानी निकासी हो सके।
कवर्धा मार्ग की नाली गायब-नगर से कवर्धा मार्ग पर सड़क के दोनों किनारे हरिनाला तक नालियां बनाई गई थी।जिसमें से एक तरफ की नाली गायब हो चुकी है।नगर पंचायत की अनदेखी के चलते नालियां पट चुकी है।नाली का अस्तित्व गायब हो चुका है।नाली सम्बंधित कोई अवशेष भी मौजूद नहीं है।इसी तरह कई मोहल्ले की नालियां विलुप्त हो गई है।
