बदौरा प्राथमिक शाला भवन की स्थिति जर्जर,शेड से टपकता है पानी


पंडरिया।ब्लाक अंतर्गत ग्राम बदौरा स्थित प्राथमिक शाला भवन की स्थिति जर्जर हो चुकी है।उक्त भवन का निर्माण सन 80 के दशक में हुआ है।जिसका ऊपरी भाग में टिन शेड लगा हुआ है।विद्यालय प्रबंधन द्वारा पहले मतम्मत भी कराई गई है,जो नाकाफी है।भवन में पूरे टिन शेड को बदलवाने की जरूरत है।इस टिन के स्थान पर छत ढलवाना ज्यादा बेहतर होगा।बताया जाता है कि बरसात के दिनों में पूरे भवन में पानी टपकता है,जिससे विद्यालय बाधित होती है।अतिरिक्त कक्ष भी बना हुआ है,जिसके छत से भी पानी टपकता है।उक्त गांव में शत प्रतिशत बैगा-आदिवासी पढ़ते हैं,जो घने जंगल के बीच बसा हुआ है।विभाग को जल्द ही सुधार हेतु प्रयास करना चाहिए,जिससे वनवासी बच्चों को बरसात में समस्या से निजात मिल सके।
मिडिल स्कूल की जरूरत– उक्त बैगा बाहुल्य गांव में मिडिल स्कूल नहीं है।जोसके चलते यहां के बच्चे मिडिल स्कूल की शिक्षा से वंचित हो जाते हैं।बदौरा से करीब पांच किलोमीटर दूर जामुनपानी में मिडिल स्कूल है।जहां घने जंगल को पार कर जाना पड़ेगा।इस कारण यहां के बच्चे प्राथमिक शिक्षा तक ही सिमट कर रह जाते हैं।शासन को उक्त गांव में माध्यमिक विद्यालय खोलना चाहिए।
“नवंबर 2022 में उक्त विद्यालय के मरम्मत के लिये आरईएस को प्राक्कलन तैयार कर प्रस्ताव भेजा गया था।किंतु मरममत हेतु स्वीकृति नहीं मिली है।स्वीकृति पश्चात मरम्मत कार्य कराया जाएगा।”
अर्जुन चंद्रवंशी, खंड स्त्रोत समन्वयक पंडरिया।