बिजली विभाग के ठेका श्रमिको को दो माह वेतन नहीं मिला, ई पी एफ भी नही हो रहा जमा, हड़ताल पर बैठे ठेका श्रमिक वेतन भुगतान का आश्वासन के बाद काम पर लौटे,


बलराम यादव/9893363894
पाटन। बिजली विभाग में ठेकादार के अंतर्गत काम करने वाले ठेका श्रमिक का परिवार काफी आर्थिक तंगी से जूझ रहे है। पिछले दो माह से इन सब ठेका श्रमिक को वेतन ही नही मिला है। वही ई पी एफ भी जमा नही हो रहा है। वेतन नहीं मिलने से आक्रोशित उतई और सेलूद फिडर में काम करने वाले करीब 15 ठेका श्रमिक काम बंद कर हड़ताल पर बैठ गए थे। उतई फिडर में हड़ताल पर बैठे थे। इसकी खबर विद्युत कर्मचारी जनता यूनियन को भी दिए। इसके बाद यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष यतीश वर्मा मौके पर पहुंचकर हड़ताल पर बैठे ठेका श्रमिको को अपना समर्थन दिया। उन्होंने उच्च अधिकारी से बात किया जिसके बाद वेतन देने की मौखिक आश्वाशन के बाद हड़ताल पर बैठे ठेका श्रमिक काम पर वापस लौटे।

मिली जानकारी के मुताबिक उतई एवं सेलूद फीडर में ठेकेदार के अंतर्गत काम करने वाले ठेका श्रमिकों को पिछले दो माह से वेतन नहीं मिला है। इस कारण उनके परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। बता दे कि अभी बच्चों का स्कूल फीस जमा करने का समय है, एडमिशन भी कराने का समय है, साथ ही साथ घर के अन्य खर्च के लिए भी इन लोगों को आर्थिक तंगी झेलनी पड़ रही है । ऐसे में आज उतई एवं सेलुद फिटर में काम करने वाले करीब 15 ठेका श्रमिक उतई फीडर पर हड़ताल पर बैठ गए थे। इन ठेका श्रमिकों का कहना है कि हमें पिछले दो माह का लंबित वेतन जो नहीं मिला है उसे तत्काल प्रदान किया जाए। ठेका श्रमिकों ने बताया कि पिछले डेढ़ साल ई पी एफ की राशि जो जमा होनी थी वह भी जमा नहीं हो पाई है इस कारण भी भविष्य को लेकर यह सभी ठेका श्रमिक चिंतित है । वर्तमान में बिजली विभाग में मैदानी अमला की कमी है इसी कारण ठेका के माध्यम से ठेका श्रमिक रखा गया है । जो बिजली विभाग के कर्मचारियों का साथ मिलकर काम करते हैं। अगर जल्द ही ठेका श्रमिकों की समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो बिजली विभाग में काफी अव्यवस्था की स्थिति भी बन जाएगी। उनके हड़ताल के चलते उपभोक्ताओं की शिकायत का निराकरण समय पर नहीं हो पाएगा। अगर ब्रेकडाउन होने की स्थिति आ जाए तो फिर उसे ठीक करने में भी इन्हीं ठेका श्रमिकों का सहयोग लिया जाता है लेकिन यह हड़ताल में होने के कारण ब्रेकडाउन की स्थिति में भी काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है। वही बताया जा रहा है कि ट्रांसफार्मर लगाने का काम भी इन्हीं ठेका श्रमिकों के द्वारा किया जाता है। ऐसे में अगर हवा तूफान या फिर बिजली कड़कने से ट्रांसफार्मर खराब हो जाए तो ट्रांसफार्मर लगाने में भी मुश्किल खड़ी हो सकती है। हड़ताल में रहने वाले ठेका श्रमिको में संतराम ठाकुर ,सन्नी ठाकुर, खुमान ठाकुर, हरीश ठाकुर,छत्रपाल साहू, आदित्य ठाकुर, अमन साहू,सुशील डहरिया,दिनेश ठाकुर,मनीष वर्मा,ताम्रध्वज ठाकुर, राजू लाल साहू, भूषण पारकर,नागेश ठाकुर ,आशीष जांगड़े, जय कुमार साहू,एश्वर्य देवांगन, डिकेंद्र ठाकुर, दिग्विजय सिंह ठाकुर सहित अन्य शामिल हैं ।

अधिकारी के आश्वशन के बाद हड़ताल समाप्त
विद्युत कर्मचारी जनता यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष यतीश वर्मा ने बताया की ठेका श्रमिको की हड़ताल पर चले जाने की खबर मिलते ही वे तत्काल पहुंचे और श्रमिको की मांग को समर्थन किया। इसके बाद वे पाटन संभाग के कार्यपालन अभियंता सी एल साहू से दूरभाष पर चर्चा किया। जिसमे आश्वासन दिया गया की किसी भी तरफ से दो माह पर शेष वेतन दिलाया जायेगा। इसके साथ ठेका श्रमिको का अन्य स्वास्थ्य ओर बीमा सुविधा मिलती है उसे भी दिलाने का प्रयास किया जाएगा। जानकारी मिली हैं को ठेकेदार द्वारा श्रमिको का फोन नही उठाया गया। साथ ही ठेकेदार को कई बार फोन लगाया लेकिन फोन ही रिसीव ही नही किया। मजदूरों के हक पैसा ठेकादार दबा रहे है। इस पर भी जांच कर ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने की मांग भी की गई है।