आयकर कार्यालय से आरंभ हो कर विभाग के अधिकारियों / कर्मचारियों, साइकलिस्ट एसोसिएशन के सदस्यों एवं आम नागरिकों की इस साइकिल रैली द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव” के मूल संकल्पना के अनुरूप शहर के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक व ऐतिहासिक धरोहरों बूढ़ा तालाब एवं जयस्तंभ चौक के साथ ही साथ राजकुमार कॉलेज, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी एवं रविशंकर विश्वविद्यालय जैसे स्वतंत्र भारत के महत्वपूर्ण ज्ञान एवं शिक्षा केन्द्रों से भ्रमण कर कुल 15 किलोमीटर की दूरी तय की गई।
इस अवसर पर आयकर कार्यालय को तिरंगा के रंगों से सजाया गया एवं संपूर्ण मार्ग में देश भक्ति से ओत-प्रोत गीतों से शहर में देशभक्ति की भावना का संचार किया गया।
जयस्तंभ चौक में छत्तीसगढ़ के प्रथम शहीद स्व. वीर नारायण सिंह को नमन करने के साथ ही शहर के अन्य विशिष्ट स्थानों के महत्व को रेखांकित करते हुए रैली का समापन आयकर भवन में किया गया।
मुख्य आयकर आयुक्त, छत्तीसगढ़ वीर बिरसा एक्का जी ने अपने संबोधन भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदृष्टि, परिप्रेक्ष्य एवं प्रेरणा का सम्मान एवं सराहना किया। स्वतंत्रता सेनानियों का बलिदान, योगदान एवं उनके स्वप्नों को साकार करने की जो अपील की गई है वह प्रत्येक नागरिक के दिल में गहराई से बस जाये। सरकार ने करदाता को राष्ट्रनिर्माता का दर्जा दिया है। इस परिप्रेक्ष्य में मुख्य आयकर आयुक्त ने अपील की “सभी करदाता वास्तविक मूल्यांकन कर सही आय को दर्शाएँ, सही समय पर रिटर्न एवं कर जमा कर देश की आर्थिक जड़ को मजबूत बनाने में सहयोग करें।”
रैली के समापन पर अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ियों सबा अंजुम एवं मृणाल चौबे का खेल के क्षेत्र में उनके अहम उपलब्धियों के लिए सम्मान किया गया।
अंत में, मुख्य आयकर आयुक्त ने कहा “राष्ट्र भावना का सम्मान करना, जगाना, बढ़ाना और इसके द्वारा भारत देश को सशक्त राष्ट्र बनाने का जुनून प्रत्येक भारतीय नागरिक में होना चाहिए।”
समारोह के सफल आयोजन हेतु ओ.पी. वैष्णव, प्रधान आयकर आयुक्त- 1. रायपुर श्रवण कुमार मीना, अपर आयकर आयुक्त एवं अन्य विभागीय अधिकारियों / कर्मचारियों की सराहना की एवं धन्यवाद ज्ञापित किया।