केशव साहू
बालोद जिला के दूर दराज गांव में रह रहे गरीब असहाय लोग अपने बच्चो का नही बना पा रहे है जाति प्रमाण पत्र कई महीनो भटकने के बाद बन पता है अस्थाई प्रमाण पत्र स्थाई के लिये फिर से काटना पड़ता है चक्कर असल में जिला के दूर दराज गांव में रह रहे गरीब असहाय लोग अपने नजदीकी चॉइस सेंटर से जाति प्रमाण पत्र का ऑन लाइन आवेदन कर देते हैं लेकिन तहसील कार्यालय में स्थित लोक सेवा केन्द्र के संचालक और आपरेटर लोग के पास में तहसीलदार और एस डी एम का डिजिटल साईन रहता है जिसका इन लोग गलत स्तेमाल करते हैं कोई इनके पास से ऑन लाइन आवेदन करवाता है तो उसका प्रमाण पत्र जल्दी से जारी कर दिया जाता है वही कोई दूसरे चॉइस सेंटर से ऑन लाइन आवेदन करता है तो इनके द्वारा लोगो को परेशान किया जाता है और भटकाया जाता अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए सन् 1984 के पूर्व का दस्तावेज वहीं अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के लिए 1950 के पूर्व का सभी दस्तावेज लगाया जाता है फिर भी इनके द्वारा इन दस्तावेजों को नही माना जाता है और अन्य दस्तावेज पेश करे कहा जाता है वो भी दस्तावेज लगा देने के बाद भी लोगो को मूल अभिलेख दस्तावेज के साथ पेश होवे यह कह कर लोगो को घुमाया जाता है साथ ही कोई इनके पास फोन करे तो ये लोग फोन में बात करना भी पसंद नहीं करते हैं हिन्द सेना के प्रदेश अध्यक्ष हर्ष रामटेके ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर इस चीज की जानकारी दी डौंडी- लोहारा,देवरी गुरुर ,बालोद तहसील कार्यालय में स्थित लोक सेवा केन्द्र के संचालक और आपरेटर के द्वारा जानबूझ कर के लोगो को भटकाया जा रहा है और महीनो घुमाया जा रहा है इनके ऊपर कड़ी कार्यवाही की जाये और इन की आई डी निरस्त कर किसी अन्य साफ सुथरे लोगो को दिया जाएं जिससे किसी भी लोगो को भटकना मत पड़े और उनका काम जल्द से जल्द हो जाए