मौर्यध्वज सेन
नगरी/सिहावा,बेलरगांव । नगरी विकास खण्ड के बेलरगांव तहसील के जनताओं का एक बहुत ही पुराना मांग है कि बेलरगांव में नवीन महाविद्यालय खोला जाए। जो कि अब बेलरगांव को पूर्ण रूप से तहसील का दर्जा प्राप्त हो चुका है।यहां बेलरगांव में नवीन महाविद्यालय बनाने के लिए सन् 1980 से लगातार प्रयास कर रहे हैं बेलरगांव वासीं लेकिन इस और अभी तक कोई पहल नहीं हो पा रहा है।

अगर यहां नवीन महाविद्यालय खुल जाएगा तो बेलरगांव तहसील में पड़ने वाले बोराई,घुटकेल,मेनपुर, कसपुर, नवागांव,रतावा,घटुला, पदमपुर,जैतपुरी,घुरावड़़,बरबांधा, आमगांव,भुरर्सीडोगरी,घोटगांव,बासपानी,बिरगु़ड़ी,सेमरा,गढडोगरी,टागापानी,पावदार,गिधावा,कुरमाईया,खडपथरा के सभी बच्चे आसानी से पढ़ाई करने के लिए बेलरगांव आ सकते हैं।अभी बच्चों को महाविद्यालय प़ढ़ाई करने के लिए नगरी 23 कि.मी जाना पड़ता है। एवं उत्तर बस्तर कांकेर 55 कि.मी पढ़ाई करने के लिए भी जाते है।
लेकिन बहुत दुरी होने के कारण बेलरगांव तहसील क्षेत्र के बच्चों को पढ़ाई से वंचित होना पड़ जाता हैं। जिससे इस क्षेत्र के गरीब एवं पिछड़ा वर्ग के बच्चों को पढ़ाई करने में बहुत ही मुश्किल होती है।जो कि बेलरगांव भगुली दृष्टिकोण से देखा जाए तो एक बहुत बड़ा तहसील है। जिसमें 36 ग्राम पंचायत आते हैं।यहां नवीन महाविद्यालय बनाने के बेलरगांव एवं आसपास क्षेत्र पंचायत के जनप्रतिनिधियों ने मिलकर कई बार शासन प्रशासन को अवगत करा चुके लेकिन अभी तक कोई अमल नहीं हो पाया है। अगर यहां नया नवीन महाविद्यालय बन जाता है तो इस क्षेत्र का विकास भी तेजी से बड़ सकता है।