बिलासपुर, दुर्ग, गरियाबंद समेत दूसरे जिलों में भी प्रदर्शन, प्रधानमंत्री मोदी पुतला दहन कर जताया विरोध

राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म करने के बाद छत्तीसगढ़ में यूथ कांग्रेस में आक्रोश बढ़ गया है। प्रदेशभर में युवक कांग्रेस भाजपा सांसदों और बीजेपी कार्यालय के सामने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहें हैं। इसी कड़ी में रायपुर के साथ ही बिलासपुर, दुर्ग, गरियाबंद जैसे कई जिलों से इस प्रकार की खबरें आयी हैं।

बिलासपुर में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा सांसद अरुण साव के सरकारी बंगले के सामने प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने बंगले के सामने सांसद और केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और टायर जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया इस बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई।

गौरतलब है कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता को रद्द कर दिया गया है। आज लोकसभा सचिवालय ने नोटिफिकेशन जारी करते हुए इसकी जानकारी दी। गुरुवार (23 मार्च) को सूरत की एक अदालत ने आपराधिक मानहानि के एक मामले में उनको दोषी ठहराते हुए दो साल कैद की सजा सुनाई थी और 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया था। हालांकि मामले की सुनवाई के दौरान ही कोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी थी।

इधर दुर्ग में भी राहुल गांधी के लोकसभा सदस्यता के भंग होने पर आक्रोशित कांग्रेसियो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया। सैकड़ो की संख्या में कांग्रेस के विभिन्न प्रकोष्ठों के पदाधिकारी कार्यकर्ता पुतला दहन में शामिल हुए, दुर्ग शहर विधायक अरुण वोरा के नेतृत्व में हो रहे पुतला दहन को रोकने पुलिस ने भी जद्दोजहद की जलते पुतले पर पानी का मग्गो के माध्यम से पानी फेंका गया लेकिन पानी से कांग्रेसी जरूर भीगे लेकिन पुतला जलता रहा, कांग्रेसियों ने जमकर भाजपा नेताओं और प्रधानमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

गरियाबंद में जिला कांग्रेस तथा युवा कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया है। कांग्रेसी राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म किए जाने पर नाराज हैं कांग्रेसियों ने यह आरोप लगाया है कि राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता तथा कांग्रेस की पिछली पदयात्रा को मिले अपार जनसमर्थन से भाजपा और प्रधानमंत्री बौखलाए हुए हैं और कांग्रेस को दबाने के लिए इस तरह का कार्य किया जा रहा है जिला कांग्रेस अध्यक्ष भाव सिंह साहू ने कहां की प्रधानमंत्री की छोटी सोच का पता इससे चलता है, कॉन्ग्रेस ऐसी परिस्थितियों से कमजोर नहीं होगी बल्कि और अधिक उभरकर सामने आएगी।