भोथली स्कूल में डीईओ मिश्रा ने जाकर दिव्यांग सरपंच सुरेश  को किया सम्मानित


निकुम। कहते हैं कि कागज अपनी किस्मत से उड़ता है और पतंग अपनी काबिलियत से उड़ता है इसलिए किस्मत साथ देना दे तब अपनी काबिलियत पर भरोसा रखो समाज में पहचान एक ना एक दिन जरूर मिलेगी इस बात को चरितार्थ कर रहे भोथली के दिव्यांग सरपंच सुरेश साहू ने गांव की सरकारी स्कूल की दशा दिशा बदलकर साबित कर पूरे दुर्ग जिले में शास कीय प्राथमिक शाला भोथली को नई पहचान देकर अलग ही पहचान बनाए हैं स्कूलों बच्चों के लिए नवाचार कर शिक्षा गांव में शिक्षा के प्रति कड़ी मेहनत कर स्कूल में स्मार्ट टीवी पर एजेंसी पेड़ पौधे प्रोजेक्टर आरो वॉटर सिस्टम डेस्क बैंच प्रोजेक्टर से पढ़ाई किसान मजूदर के बच्चे से कलम पेंसिल से नहीं कंप्यूटर भी भी चलाते हैं वहीं 9बार न्यौता भोजन करा चुके है ग्रामीण प्रेरित होकर समय-समय पर स्कूल में न्यौता भोजन कराते हैं

गौर हो कि जिला शिक्षा अधिकारी दुर्ग अरविंद मिश्रा स्वयं गुरुवार को 11बजे स्कूल पहुंचकर अवलोकन कर सरपंच सुरेश साहू स्कूल स्टाफ कार्यों को सराहते हुए कहा अपने बैसाखी वह हौसले से स्कूल की तस्वीर बदलने वाले दुर्ग जिले के अलग पहचान बनाई है वही अपने हाथों से दिव्यांग सरपंच सुरेश साहू को साल श्रीफल देकर सम्मानित किया बच्चों से सवाल जवाब कर शिक्षा व्यवस्था की तारीफ किया इस अवसर पर सुरेश साहू बच्चों को खीर पूरी स्वादिष्ट भोजन कराया इस अवसर तिरगा प्राचार्य पुष्पारामटेके सीएससी तिरगा राजेश्वर प्रसाद , सीएससी निकुम संजय चंद्राकर प्रधान पाठक भानु प्रकाश वर्मा और शिक्षक प्रमोद बारवाल चंदन साहू सहित वरिष्ठ ग्रामीण रहे