श्रीकृष्ण जन्म पर झूमे श्रद्धालु:महाराज ने कहा- भक्ति और भजन की कोई उम्र नहीं, भक्त ध्रुव ने 5 साल की उम्र में ईश्वर को पाया, कसही में भागवत कथा का चौथा दिन

पाटन। ग्राम कसही में चल रही श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन शनिवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कथा में जैसे ही भगवान का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल ‘नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की’ जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान लोग झूमने-नाचने लगे। इसके बाद कलाकारों ने भागवत कथा स्थल पर झांकी के माध्यम से श्री कृष्ण जन्म की कथा का प्रदर्शन किया। श्री कृष्ण जन्म के अवसर पर पूरा भागवत कथा स्थल को गुब्बारों से सजाया गया था।

भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप में नन्हें बालक के दर्शन करने के लिए लोग लालायित नजर आए। भगवान के जन्म की खुशी पर महिलाओं ने अपने घरों से लाए गए गुड़ के लड्‌डूओं से भगवान को भोग लगाया। इस अवसर पर पंडित वासू मोहन दुबे ने कहा कि जब धरती पर चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई। चारों ओर अत्याचार, अनाचार का साम्राज्य फैल गया। तब भगवान श्रीकृष्ण ने देवकी के 8वें गर्भ के रूप में जन्म लेकर कंस का संहार किया। कथा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।