दुर्ग । संचालक आयुष पी दयानंद, उपसंचालक डॉ. सुनील दास एवं सहायक संचालक डॉ विजय साहू द्वारा आयुर्वेद चिकित्सालय दुर्ग का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान संचालक आयुष दयानंद द्वारा आम जनता को आयुर्वेद से राहत पहुंचाने और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। संचालक ने औषधियों के बेहतर संधारण एवं पंचकर्म को अधिक व्यवस्थित करने के निर्देश भी दिए । अपने निरीक्षण के दौरान संचालक ने इलाज कराने के लिए आए मरीजों से उनके बीमारी के संबंध में भी जानकारी ली और आयुर्वेद व पंचकर्म से संबंधित उनके अनुभव ही जाने। उन्होंने मरीजों से भी अपने अनुभवों को साझा किया और उन्हें बताया कि आयुर्वेद व पंचकर्म ऐसी चिकित्सा पद्धति है जिसमें रोगी बिना किसी साइड इफेक्ट के स्वास्थ्य को प्राप्त करता है। उन्होंने सामान्य चर्चा में अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि करोना काल जैसी महामारी में भी आयुर्वेद ने रोगियों के लिए एक बेहतर चिकित्सा विकल्प उपलब्ध किया और धीरे-धीरे चिकित्सा की प्राचीनतम पद्धति आयुर्वेद का विस्तार होता जा रहा है। आज पंचकर्म कई जीर्ण बीमारियों का समाधान है। पंचकर्म ने तो विदेशों तक अपनी पहुंच बना रखी है।
इस दौरान संचालक ने चिकित्सा की व्यवस्था को लेकर संतुष्टि भी जाहिर की। निरीक्षण के दौरान डॉ. जी. पी. तिवारी, जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. अमित द्विवेदी, प्रभारी चिकित्सालय डॉ. जया साहू विशेषज्ञ, डॉ लक्ष्मी मारकंडे, डॉ सुमन साहू एवं डॉ एकता चंद्राकर एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।